भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 नवम्बर को दिल्ली में यात्रा पर आए चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग के विशेष दूत, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के राजनीति और कानून समिति के महासचिव मंङ च्यानचू से मुलाकात की।
मङ च्यानचू ने मोदी को राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग और प्रधानमंत्री ली खछ्यांग द्वारा दिया गया अभिवादन पहुंचाते हुए कहा कि इस वर्ष शी चिनफिंग और मोदी के बीच तीन बार वार्ताएं हुईं और कई आम सहमतियां हासिल हुईं। जिससे चीन-भारत संबंधों के भावी विकास की दिशा स्पष्ट की गयी है। चीन और भारत एक दूसरे के महत्वपूर्ण पड़ोसी देश हैं, दोनों के कई मुद्दों मेंसमान हित मौजूद हैं। चीन भारत के साथ मिलकर दोनों देशों के नेताओं द्वारा संपन्न आम सहमतियों का अच्छी तरह कार्यान्वयन करते हुए द्विपक्षीय संबंधों को नए स्तर तक पहुंचाने को तैयार है।
मंङ च्यानचू ने यह भी कहा कि इधर के सालों में चीन और भारत के बीच आतंक विरोधी और कानून कार्यान्वयन सुरक्षा सहयोग का बेहतर रूझान बरकरार रहा है, जो द्विपक्षीय संबंधों का महत्वपूर्ण भाग बन गया है। चीन सुरक्षा क्षेत्र में भारत के साथ सदिच्छापूर्ण संपर्क करते हुए आम सहमतियां विस्तार करके मतभेदों को कम करना चाहता है, इसके साथ ही आतंक विरोधी, अपराधियों का पीछा करने और इंटरनेट अपराध के मुकाबले जैसे क्षेत्रों में वास्तविक सहयोग आगे बढ़ाने और दोनों के सामने मौजूद सवालों का समान रूप से समाधान करने को तैयार है। ताकि सुरक्षा क्षेत्र में मौजूद चुनौतियों को सहयोग को बढ़ाया जा सके।
प्रधानमंत्री मोदी ने मङ च्यानचू से राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग और प्रधानमंत्री ली खछ्यांग के प्रति उनका अभिवादन पहुंचाने को कहा। उन्होंने चीन-भारत संबंधों के विकास पर आशा प्रकट करते हुए कहा कि वे चीनी नेताओं के साथ मिलकर चीन-भारत सहयोग को आगे बढ़ाने का समान प्रयास करने को तैयार है। मोदी ने कहा कि आतंकवाद सारी दुनिया के सामने मौजूद गंभीर खतरा है, जिसके मुकाबले के लिए भूमंडलीय दृष्टि अपनानी चाहिए। भारत सुरक्षा और आतंक विरोधी जैसे मुद्दों को लेकर चीन के साथ आदान प्रदान और सहयोग करने को तैयार है।
भारत की यात्रा के दौरान मङ च्यानचू ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित कुमार डोवाल, संयुक्त खुफिया समिति के अध्यक्ष आरएन रवि और कानून कार्यान्वयन सुरक्षा विभाग के संबंधित अधिकारियों से भी मुलाकात की। (श्याओ थांग)