चीनी अखबार जन दैनिक ने 23 अक्तूबर को एक लेख जारी कर 21 अक्तूबर को अमेरिकी नौ सेना के यूएसएस डिकेटुर विध्वंसक के जानबूझकर चीन के शीशा समुद्र में प्रवेश करने को लेकर कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि चीन सिलसिलेवार सख्त क़दम उठाएगा।
लेख में कहा गया कि मई 1996 में चीन सरकार ने प्रादेशिक बेसलाइन संबंधी वक्तव्य जारी किया था और स्पष्ट रूप से शीशा द्वीपसमूह का प्रादेशिक बेसलाइन जारी किया। चीन के कानून और संबंधित अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के अनुसार विदेशी सैन्य पोतों के चीनी प्रादेशिक समुद्र में प्रवेश करने को चीन सरकार की अनुमति लेने की जरूरत है। अमेरिकी सैन्य पोत ने चीन की अनुमति हासिल किए बिना ही चीन के समुद्री क्षेत्र में प्रवेश किया और चीन की प्रभुसत्ता व सुरक्षा को नुकसान पहुंचाया और संबंधित समुद्र क्षेत्र की शांति, सुरक्षा व व्यवस्था को प्रभावित किया।
लेख में कहा गया कि अमेरिका की इस बार की तथाकथित गश्ती कार्रवाई फिलीपींस के राष्ट्रपति की चीन यात्रा के दौरान की गयी थी। यह इस बात का द्योतक है कि दक्षिण चीन सागर पर अमेरिका ने लम्बे अरसे से जानबूझकर तनाव बनाए रखने में अहम भूमिका अदा की है।
(श्याओयांग)