16 अक्तूबर को ब्रिक्स देशों के नेताओं और बिमस्टेक(बीआईएमएसटीईसी) सदस्य देशों के नेताओं के बीच वार्ता गोवा में आयोजित हुई। चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब ज़ुमा, ब्राजील के राष्ट्रपति मिशेल टमेर, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, श्रीलंकाई राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे, नेपाली प्रधानमंत्री प्रचंड, म्यांमार की वरिष्ठ मंत्री आंग सान सू की और थाई सरकार के प्रतिनिधि ने इसमें भाग लिया।
वार्तालाप में उपस्थित नेताओं ने ब्रिक्स देशों और बिमस्टेक देशों के बीच अवसर वाले साझेदार संबंधों के मुख्य मुद्दे पर विचार-विमर्श किया और समान रूप से नवोदित बाजार देशों और विकासशील देशों के बीच सहयोग के विकास पर भी चर्चा की।
शी चिनफिंग भाषण देते हुए कहा कि ब्रिक्स देश और बिमस्टेक के सदस्य देश विकासशील देशों के सदस्य हैं। विश्व शांति, क्षेत्रीय सुरक्षा की गारंटी में उनकी समान अभिलाशा है और देश की अर्थव्यवस्था और जन-जीवन के विकास में उनकी समान आवश्यक्ता है। बिमस्टेक के सदस्य देश चीन के अच्छे दोस्त और पड़ोसी हैं। वे लंबे समय से चीन के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध और घनिष्ठ सहयोग कर रहे हैं। चीनी जनता की उन देशों की जनता के साथ मजबूत मैत्री है।
शी चिनफिंग ने कहा कि वर्तमान में नवोदित बाजार देशों और विकासशील देशों के सामने मौके और चुनौतियां मौजूद हैं। हमें एक साथ समान कोशिश करनी चाहिए।
(वनिता)