संयुक्त राष्ट्र स्थित चीनी स्थाई प्रतिनिधि ल्यू च्येयी ने 23 सितंबर को कहा कि विकासशील देशों के प्रतिनिधि के रूप में"जी-77 और चीन"को लगातार एकता मज़बूत करते हुए आपस में सहयोग गहराना चाहिए, ताकि हाथ मिलाकर अनवरत विकास कार्यक्रम को साकार किया जा सके।
उन्होंने इसी दिन संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित जी-77 के 40वें विदेश मंत्रियों के वार्षिक सम्मेलन में भाषण देते हुए कहा कि बीते एक साल में"जी-77 और चीन"ने संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक कार्रवाइयों में सक्रिय रूप से भाग लिया, दक्षिण-दक्षिण सहयोग को मज़बूत करते हुए उत्तर-दक्षिण वार्ता को आगे बढ़ाया और विकासशील देशों के समान हितों की रक्षा की।
ल्यू च्येयी ने कहा कि 19 सितंबर को चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने अनवरत विकास लक्ष्यों की संगोष्ठी की अध्यक्षता की। उन्होंने संबंधित अंतरराष्ट्रीय संगठनों के जिम्मेदार व्यक्तियों के साथ अनवरत विकास कार्यक्रम के कार्यान्वयन पर गहन रूप से विचार-विमर्श किया। चीन वास्तविक कदम उठाते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह साबित करेगा कि विकास हमारा प्राथमिक लक्ष्य है। दक्षिण-दक्षिण सहयोग हमेशा से चीन की अचल नीति रही है। चीन"जी-77 और चीन"प्रणाली के माध्यम से व्यापक विकासशील देशों के साथ एकता और पास्परिक सहयोग मज़बूत करता रहेगा, ताकि विकासशील देशों के समान विकास और भूमंडलीय विकास कार्य को आगे बढ़ाया जा सके।
(श्याओ थांग)