चीनी स्टेट कौंसुलर यांग च्येछी ने 15 सितंबर को भारत की राजधानी नई दिल्ली में सुरक्षा मुद्दों पर ब्रिक्स देशों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों की छठी बैठक भाग लिया। बैठक में अगले महीने गोवा में आयोजित होने वाले ब्रिक्स देशों के 8वें शिखर सम्मेलन के लिए राजनीतिक तैयारी कर ली गई है। इसके साथ ही नेटवर्क सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा, आतंकवाद के विरोध और पश्चिमी एशिया, उत्तरी अफ्रीका और मध्य-पूर्व क्षेत्र की स्थिति आदि मुद्दों पर भी चर्चा की गई। बैठक में उपस्थित वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने ब्रिक्स देशों के बीच सहयोग मज़बूत करने पर आम सहमति बनाई।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में उपस्थित उच्च प्रतिनिधियों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स देश अंतरराष्ट्रीय मामलों में महत्वपूर्ण और रचनात्मक भूमिका निभा रहे हैं। भारत ब्रिक्स सहयोग व्यवस्था पर बड़ा ध्यान देता है। आशा है कि गोवा शिखर सम्मेलन में व्यावहारिक उपलब्धियां प्राप्त होंगी, ताकि पाँच सदस्य देशों के बीच मित्रता संबंध मजबूत किए जाने के साथ साथ विकासशील देशों और नवोदित बाजारों का प्रभाव उन्नत हो सके।
यांग च्येछी ने कहा कि कुछ दिन पहले ब्रिक्स देशों के नेताओं ने जी-20 हांगचो शिखर सम्मेलन के दौरान अनौपचारिक बैठक की और ब्रिक्स देशों के बीच सहयोग बढ़ाने में महत्वपूर्ण सहमति बनाई। चीन इसके आधार पर गोवा शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन करने में संबंधित पक्षों के साथ कोशिश करने को तैयार है। यांग च्येछी ने कहा कि अगर ब्रिक्स देश एकता बनाए रखने के साथ-साथ सहयोग मजबूत करेंगे तो ब्रिक्स देशों के बीच सहोयग और विकास एक नई स्थिति में दर्ज होगा। अगले साल चीन ब्रिक्स देशों का अध्यक्ष देश बनेगा। हम सक्रियता के साथ नेताओं के शिखर सम्मेलन, सुरक्षा प्रतिनिधियों की बैठक और विदेश मंत्रियों के बीच सम्मेलन की तैयारी करेंगे, ताकि ब्रिक्स देशों के बीच सहयोग बढ़ाया जाए।
(मीरा)