साल 2008 से 2016 तक, वाशिंगटन से हांगचो तक, संस्थापक से मेजबान देश तक चीन जी20 के मंच पर लगातार विश्व आर्थिक पुनरुत्थान और विश्व आर्थिक प्रशासन के लिये सुझाव और सहयोग दे रहा है।
इस बार के हांगचो सम्मेलन की चर्चा में चीनी विदेश मंत्रालय ने चार "सबसे"का प्रयोग कर इस सम्मेलन का वर्णन किया है। यानी वह इस साल चीन की सबसे महत्वपूर्ण कूटनीति है, हाल ही में चीन द्वारा आयोजित सबसे उच्च स्तरीय, सबसे बड़े पैमाने वाला, और सबसे प्रभावी अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन होगा।
वर्तमान में विश्व के दायरे में व्यापार संरक्षणवाद बढ़ा है। वैश्विक आर्थिक स्थिति के प्रति चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने कहा कि बीमारी का कारण ढूंढ़कर दवा खिलायी जाय। वर्तमान स्थिति के अनुसार बीमारी के दो कारण हैं। एक है वित्तीय संकट का असर अब तक खत्म नहीं हुआ है। और दूसरा है ढांचागत सुधार को बढ़ावा नहीं दिया गया।
अहम बात यह है कि इस बार के जी20 शिखर सम्मेलन में सबसे पहले सृजन को चर्चा के मुद्दों में शामिल किया गया।
चंद्रिमा