चीन के तिब्बती संस्कृति संरक्षण और विकास संघ, तिब्बत शास्त्र अनुसंधान केन्द्र और तिब्बती सामाजिक विज्ञान अकादमी के तत्वावधान में छठी पेइचिंग (अन्तरराष्ट्रीय) तिब्बत शास्त्र संगोष्ठी 2 अगस्त को पेइचिंग स्थित तिब्बत शास्त्र अनुसंधान केन्द्र में उद्घाटित हुई। चीन, भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और जापान समेत 20 देशों और क्षेत्रों के 300 से अधिक विद्वानों ने उद्घाटन समारोह में भाग लिया।
बताया जाता है कि वर्तमान संगोष्ठी तीन दिनों तक चलेगी, जिसमें "एक पट्टी एक मार्ग", तिब्बत और दक्षिण एशिया के बीच राजमार्ग के निर्माण, समाज में परिवर्तन और विकास के 19 मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। संगोष्ठी के दौरान विशेष चित्र, पुस्तक और कला प्रदर्शनियां आयोजित होंगी और फिल्म भी दिखाई जाएगी।
गौरतलब है कि पहली पेइचिंग तिब्बत शास्त्र संगोष्ठी वर्ष 1991 में आयोजित हुई थी। इसके बाद 1997, 2001, 2008 और 2012 में संगोष्ठी 5 बार आयोजित हुई। पेइचिंग (अन्तरराष्ट्रीय) तिब्बत शास्त्र संगोष्ठी दुनिया में इस क्षेत्र में सबसे बड़ी संगोष्ठी बन चुकी है।
(ललिता)