अब तक विरोध प्रदर्शन का 19वां दिन हो गया है। रोज़ रात को 8 बजे, स्थानीय नागरिक कस्बे सरकार के सामने मैदान पर बैठकर शांति का प्रतिनिधित्व वाले मोमबत्ती जलाकर कोरियाई प्रायद्वीप के दक्षिण और उत्तर के बीच शांति की प्रार्थना वाला गीत गाते हैं। सेओंग्जू कस्बे के नागरिक बाए ह्येओन मू ने कहा कि सेओंग्जू के नागरिक शांति की प्रार्थना कर रहे हैं। ठाड हथियार प्रणाली है। हालांकि यह उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार के मुकाबले के लिए है, लेकिन हमारे विचार में इसका लक्ष्य चीन और रूस के बीच हथियारों की होड़ करना है। इस वजह से हम ठाड की तैनाती का विरोध करते हैं।
"ठाड"तैनात किए जाने वाला कस्बा सेओंग्जू दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल से 300 किलोमीटर दूर स्थित है। ठाड की तैनाती के प्रति स्थानीय नागरिकों को बड़ी चिंता है कि ठाड रडार के विद्युत चुंबकीय तरंगों से शारीरिक हानि पहुंचेगी।
स्थानीय गैरसरकारी संगठन"ठाड की तैनाती के खिलाफ़ संघर्ष समिति"ने सरकार के"जनता की इरादों की अनदेखी"वाले इस निर्णय के विरोध के लिए कई तरीके अपनाए। हाल में समिति ने व्हाउट हाउस की याचिका वेबसाइट पर"दक्षिण कोरिया में ठाड मिसाइल भेदी व्यवस्था की तैनाती हटाना"शीर्षक गतिविधि आयोजित की। अब तक कुल 30 हज़ार लोगों के हस्ताक्षर प्राप्त किए जा चुके हैं। इस समिति को आशा है कि 14 अगस्त से पहले 1 लाख लोगों के हस्ताक्षर प्राप्त किए जाएंगे, ताकि अमेरिका सरकार की प्रतिक्रिया हासिल हो सके।
समिति के अध्यक्ष बाक चेओल ह्येओन ने कहा कि सेओंग्जू कस्बे में जनसंख्या 50 हज़ार है। ठाड व्यवस्था की तैनाती के बाद आसपास 1.5 किलोमीटर के दायरे में 25 हज़ार लोग रहते हैं। सरकार ने किसी प्रशासनिक कार्यक्रम न करने और सेओग्जू कस्बे के नागरिकों की सहमति न पाने से निर्णय लिया था। इस वजह से सब नागरिक अंत तक संघर्ष करते रहेंगे।
(श्याओ थांग)