2016•चीनी तिब्बत विकास मंच 7 से 8 जुलाई तक तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा में आयोजित हो रहा है। मंच के उद्घाटन की पूर्व संध्या में 60 से अधिक देसी-विदेशी प्रतिनिधियों और हांगकांग विशेष प्राशासनिक क्षेत्रों, थाईवान क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने ल्हासा और लोका प्रिफैक्चर का दौरा किया। उन्होंने तिब्बत के आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक क्षेत्रों में विकास का साक्षात अनुभव किया।
ऐयरलैंड के चीन अनुसंधान केंद्र के प्रधान केन डुग्गन ने ल्हासा में पोटाला महल का दौरा किया। उन्होंने तिब्बती बौद्ध धर्म के इतिहास, इसके अत्तराधिकार से जुड़ी जानकारी ली और हर पीढ़ी के दलाई लामा के स्तूपों को देखा। तिब्बत की पहली यात्रा करने आए डुग्गन इससे बहुत प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि पोटाला महल का इतिहास बहुत पुराना होने के बावजूद इसका अच्छी तरह संरक्षण किया गया है।
इन देसी विदेशी अतिथियों को तिब्बत के धर्म और संस्कृति के बारे में जानने के साथ साथ स्थानीय नागरिकों की जीवन स्थिति में भी बड़ी रूचि है। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के लोका प्रिफेक्चर के खसोंग गांव में वे तिब्बती गांववासी च्वोमा के घर भी गए। च्वोमा ने अपने घर में खुद से बनाए गए घी की चाय अतिथियों को पिलाई।
इतालवी पत्रकार फ़ाटिगुसो ने 2010 में तिब्बत की यात्रा की थी। इस बार खसोंग गांव का दौरा करने के बाद उन्होंने तिब्बत में गांव वासियों के जीवन में हुए नए बदलावों को महसूस किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने तिब्बतियों के जीवन में सुधार करने के ले कई काम किए हैं। संग्रहालय में मैंने बहुत सारे पुराने फोटो देखे। अतीत में तिब्बत के गांव में लोगों का जीवन बहुत कठिन था।
तिब्बत विश्वविद्यालय में 30 देशों और क्षेत्रों से आए इन व्यक्तियों ने तिब्बती भाषा के प्राचीन ग्रंथों के अनुसंधान केंद्र का दौरा करके प्राचीन ग्रंथों को इकट्ठा करने, संग्रहण करने और व्यवस्थित करने के कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। भारत से आए वरिष्ठ पत्रकार मेवाती सीताराम भोलराम के विचार में प्राचीन ग्रंथों को विरासत में लेते हुए उसका विकास करना तिब्बती संस्कृति की विशेषता को बनाए रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
तिब्बत में आए परिवर्तन को खुद देखने के बाद ये देसी-विदेशी प्रतिनिधि 2016•चीनी तिब्बत विकास मंच में भाग ले रहे हैं। वे तिब्बत के विकास में नए चरण—सृजन, समन्वय, हरे, खुले और साझेदार वाली थीम को लेकर तिब्बत के विकास के लिए अपने-अपने प्रस्ताव पेश करेंगे।
(श्याओ थांग)