चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने 21 अप्रैल को पेइचिंग में चीन और भारत के बीच सीमा मामले के विशेष प्रनितिधियों की 19वीं वार्ता के लिए चीन आए भारतीय वार्ताकार अजीत डोवाल से मुलाकात की।
भेंट में ली खछ्यांग ने कहा कि चीन और भारत के बीच सीमा मामले के विशेष प्रनितिधियों की वार्ता दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास, सहमतियों के विस्तार के लिए रचनात्मक भूमिका निभाती है। हमें द्विपक्षीय संबंधों की दृष्टि से राजनयीक और शांतिपूर्ण तौर पर सीमा मामले का सही समाधान करना चाहिये। निष्पक्ष और उचित समाधान साकार होने से पहले मतभेदों को अच्छी तरह नियंत्रित करना ही चाहिए। दोनों को सीमा क्षेत्र की शांति और स्थिरता को बनाये रखने की कोशिश करना चाहिये।
ली ख छांग ने कहा कि वर्तमान में विश्व की आर्थिक बहाली कमजोर है, भू राजनीतिक उथल-पुथल की स्थिति पहले से भी गंभीर है। नये उभरते अर्थतंत्र होने के नाते चीन और भारत की तेज़ी से वृद्धि से पूरे विश्व को प्रेरित किया जाएगा । आशा है कि दोनों देश विभिन्न क्षेत्रों में व्यवहारिक सहयोग आगे बढाएंगे और अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय मामलों में अधिक तालमेल बिठाएंगे ।
डोवाल ने कहा कि भारत और चीन के संबंधों का सकारात्मक विकास किया जा रहा है। दोनों देशों के सामने आर्थिक विकास की चुनौतियों के साथ साथ सहयोग करने का बड़ा अवसर मौजूद है। भारत चीन के साथ उच्च स्तरीय आवाजाही करने, आर्थिक व सुरक्षित क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढाने और सीमा मामले का सुचारु रूप से समाधान करने को तैयार है।
(वनिता)