तिंगशी शहर उत्तर-पश्चमी चीन के कानसू प्रांत के मध्य में स्थित है। जहां मौसम ठंडा रहता है। दिन और रात के बीच के तापमान में बड़ा फ़र्क मौजूद है। खेती योग्य भूमि में पोटैशियम प्रचुर मात्रा में मौजूद है, जो आलू के उत्पादन योग्य है। इस तरह आलू का उत्पादन स्थानीय किसान के जीवन में प्रमुख आर्थिक स्रोत बन चुका है। तिंगशी में छ्यांग छाईश्या नाम की एक महिला ने आलू को अपना उद्योग बनाया है। वह स्थानीय गांव वासियों का नेतृत्व कर गरीबी उन्मूलन के रास्ते पर आगे बढ़ रही है।
गरीबी की वजह से परिवर्तन करना है। परिवर्तन की वजह से अबाधित होता है। अबाधित होने की वजह से स्थाई होगा। इन वाक्यों से छ्यांग छाईश्या के जीवन का रास्ता दिखाई देता है। वह तिंगशी शहर के आनतिंग जिले में शीछ्वान टाउनशिप के ल्युफिंग गांव में किसान है। बचपन में उसका परिवार गरीब था। युवावस्था में छ्यांग छाईश्या ने पारिवारिक आर्थिक स्थिति को बदलने के लिए व्यापार करना शुरू किया।
वर्ष 1998 में छ्यांग छाईश्या ने बैंक से 8500 युआन का ऋण लेकर गांव में छोटी दुकान खोली और तीन पहियों की पांव से चलने वाली गाड़ी यानी तिपहिया साइकिल खरीदी। दिन में वह वस्तुएं बेचती थी और रात को दूसरे स्थान से सामान खरीदती थी। आधे साल की मेहनत के बाद उसने कुछ पैसे जमा किये। तभी छ्यांग छाईश्या आलू खरीदने लगा और उसने आलू से संबंधित उद्यमिता शुरू की। शुरूआत के विचार की चर्चा करते हुए छ्यांग छाईश्या ने कहा:"उस समय कोई भी आलू बेचने शहर नहीं पहुंचाता था। तो मैं सोचती थी कि क्या मैं आलू लेकर शहर में बेच सकती हूँ?इस तरह शहरी लोग आलू खा सकते हैं और मैं पैसे कमा सकती हूँ। फिर मैंने कोशिश की। उस जमाने में स्थानीय किसानों को मालूम नहीं होता था कि आलू बेचा जा सकता है। इस तरह किसान आलू का कम उत्पादन करते थे। सो मैंने टाउनशिप से आलू खरीदना शुरू किया। हर परिवार से मैं 2 सौ किलो आलू खरीद सकती थी। किसानों से मैं 0.3 युआन की किमत से प्रति किलो आलू खरीदती थी, और उसे 0.5 युआन की किमत पर बेचती थी। रोज़ मैं 100 युआन की आय प्राप्त करती थी। सोचिये, करीब 20 साल पहले सौ युआन बहुत-बहुत अधिक धनराशि होती थी।"