चीन के विदेशी मुद्रा राज प्रशासन ब्यूरो के एक वरिष्ठ अधिकारी वांग युन-ग्वे ने हाल ही में कहा कि विदेशी मुद्राओं को देखा जाए, तो चीन से विदेशों की ओर पूंजी की पलायन साफ तौर पर कम हुई है, इससे चीन पर संबंधित दबाव कम हुआ है। पिछले साल के उतर्राद्ध से अब तक अमेरीकी डॉलर की ब्याज-दर बढ़ाई जाने की वजह से शुरू हुई पूंजी की पलायन चीन को मोटे तौर पर सहनीय है। चीन के विदेशी मुद्रा राज प्रशासन ब्यूरो के विदेशी मुद्राओं का प्रबंधन करने वाले उपाय इस पलायन से निपटने के लिए पर्याप्त हैं।
विदेशी मुद्राओं के प्रबंधन से जुड़ी नीति पर आयोजित एक न्यूज-ब्रीफिंग में श्री वांग ने कहा कि गत फरवरी में चीन से विदेशों की ओर पूंजी की पलायन जनवरी माह से 45 प्रतिशत कम हुई और विदेशी मुद्राओं की पलायन में 48 प्रतिशत कमी आई। इससे चीन में आय-व्यय की स्थिति संतुलित होने लगी।
वांग ने कहा कि आने वाली एक अवधि में विदेशों को पूंजी की तरलता स्थिर होगी। मुख्य परियोजनाओं की दृष्टि से चीन में माल आयात-निर्यात का मुनाफा और विदेशी पूंजी का व्यावहारिक प्रयोग बढ़ता रहेगा। इसके अलावा उद्यमों के विदेशी कर्ज एक साल के समायोजन के दौर के बाद और भी स्थिर स्तर पर बने रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि चालू वर्ष चीन में आर्थिक वृद्धि-दर 6.6 प्रतिशत से 7 प्रतिशत तय की गई है। यह पूरी दुनिया में अपेक्षाकृत ऊंचा स्तर है। इसलिए चीन में विदेशी पूंजी को आकर्षित करने की बुनियादी स्थिति नहीं बदली है।