चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 6 फरवरी को अफ्रीका की यात्रा समाप्त कर स्वदेश लौटने के रास्ते में श्रीलंकाई राजधानी कोलंबो के हवाई अड्डे पर श्रीलंकाई विदेश मंत्री मंगला समरवीरा के निमंत्रण पर उनसे भेंट की।
वांग यी ने कहा कि चीनी और श्रीलंकाई जनता के बीच प्रगाढ़ मित्रता मौजूद है। चीन इस परंपरा को मूल्यवान समझता है। नए वर्ष में दोनों पक्षों को द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर, तेज़ विकास को आगे बढ़ाने के लिए समान प्रयास करना चाहिए। ताकि चीन-श्रीलंका सहयोग में अधिक उपलब्धियां मिलें। प्राचीन काल में श्रीलंका रेशम मार्ग पर बसा एक महत्वपूर्ण देश था। चीन श्रीलंका के साथ मिलकर 21वें समुद्री रेशम मार्ग के समान निर्माण के लिए सहयोग पर विचार विमर्श करना चाहता है। ताकि इस मित्रवत सहयोगी रास्ते का पुनरुत्थान किया जा सके। यह चीन और श्रीलंका दोनों देशों और दोनों देशों की जनता के मूल और दूरगामी हित में है।
मंगला समरवीरा ने कहा कि लंबे समय से चीन श्रीलंका को सहायता देता रहता है। श्रीलंका चीन का आभारी है। वर्तमान में देश के सामने विकास का मिशन फौरी है। श्रीलंका चीन के साथ आपसी लाभ वाले सहयोग को मज़बूत करना चाहता है और अपने देश में अधिक चीनी उद्यमों के निवेश का स्वागत करता है।
वहीं श्रीलंकाई प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने खासकर वांग यी को फोन कर श्रीलंका-चीन मित्रता को आगे बढ़ाने की अभिलाषा भी व्यक्त की।
(श्याओ थांग)