रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 28 नवंबर को तुर्की पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया।
राष्ट्रपति आदेश के अनुसार पर्यटन कंपनियों को रूसी पर्यटक तुर्की भेजने की अनुमति नहीं दी गई। सरकार को रूस और तुर्की के बीच आने-जाने वाली उड़ानें रद्द करने, रूस में तुर्की की परिवहन कंपनियों की कार्रवाई की निगरानी करने, बंदरगाह और समुद्री क्षेत्रों में परिवहन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाना पड़ा है। तुर्की के पोतों को रूस के समुद्री क्षेत्रों में ठहरने और आवाजाही करने की इजाजत नहीं दी गई है। 1 जनवरी 2016 से राजनयिक कर्मियों और उनके परिजनों और अस्थायी निवास कार्ड वाले व्यक्तियों के अलावा, तुर्की के नागरिक रूस में प्रवेश नहीं कर सकते।
तुर्की के विदेश मंत्रालय ने 28 नवंबर को वक्तव्य जारी कर कहा कि सरकार ने तुर्की के नागरिकों को रूस में यात्रा करने और रहने में कठिनाईयों का सामना करने की बात पर ध्यान दिया है। इसलिए विदेश मंत्रालय ने नागरिकों को रूस जाने की योजना स्थगित करने का सुझाव दिया है।
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्डोगन ने 28 नवंबर को रूसी सैन्य जहाज के तुर्की के द्वारा गिराने की बात पर खेद प्रकट किया। इसके साथ ही उन्होंने पेरिस में पुतिन के साथ मुलाकात करने की इच्छा भी जताई। एर्डोगन ने तुर्की और रूस से बातचीत के जरिए समस्या का समाधान करने का प्रयास करने की अपील की है।
रूसी राष्ट्रपति के न्यूज सचिव दमित्री पेस्कोव ने 28 नवंबर को कहा कि रूस तुर्की पर प्रभाव पड़ने वाले देशों, विशेषकर अमेरिका से इसकी अपील करता है कि तुर्की की होने वाली कार्रवाई नियंत्रण में रहेगी।
(ललिता)