बीते पाँच वर्ष यानी चीन की 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान चीनी अर्थव्यवस्था की औसत वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रही जबकि इसी समय विश्व की औसत वृद्धि दर सिर्फ 2.5 प्रतिशत रही। चीन भी अमेरिका के बाद दूसरा ऐसा आर्थिक समुदाय बना है जिसका समग्र जीडीपी सौ खरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचा है। चीन की आर्थिक वृद्धि विश्व अर्थतंत्र की वृद्धि का चौथाई भाग है।
इसी दौरान चीन के आर्थिक विकास में भी अपनी विशेषता और निहित शक्ति दिखाई देती है। 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान चीन दुनिया में सबसे बड़ी निर्माण ताकत बना रहा है और दुनिया में सबसे बड़ा व्यापारिक देश भी बना है। चीनी नागरिकों की औसत आय विश्व के ऊपरी मध्य स्तर तक पहुंची है, चीन का शहरीकरण पचास प्रतिशत तक विकसित रहा है, अनुसंधान और विकास में पूंजीनिवेश विश्व में दूसरे स्थान पर पहुंचा है और चीन में निर्मित हाई स्पीड रेल लाइन विश्व में सबसे लम्बा है।
चीनी राजकीय सांख्यिकी ब्यूरो के प्रवक्ता के अनुसार 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान सेवा कारोबार पहली बार चीन का सबसे बड़ा उद्योग बना है, आर्थिक विकास में सेवा कारोबार की भूमिका सबसे बड़ी रही है। इसी दौरान चीन में खपत की राशि पूंजी निवेश से अधिक रही है और निर्यात की आर्थिक विकास में प्रमुख पात्र बनी है। बीते पाँच वर्षों में चीन के आर्थिक विकास में नव रणनीतिक उद्योग धंधों के विकास तले सृजनात्मक कारोबारों का पनपना भी शुरू हुआ है। इस दौरान आर्थिक विकास में विज्ञान और तकनीक की योगदान दर 53 प्रतिशत रही है।
( हूमिन )