चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने 27 सितंबर को न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित जलवायु परिवर्तन मामले पर नेताओं की बैठक में भाग लिया। पेरू, फ्रांस, दक्षिण अफ्रीका, जर्मनी, भारत, यूरोपीय परिषद आदि 30 देशों व अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के नेता इसमें उपस्थित हुए।
शी चिनफिंग ने कहा कि इस साल के अंत में पेरिस में आयोजित होने वाले जलवायु परिवर्तन महासभा में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की जलवायु परिवर्तन से निपटने में एक नयी योजना तैयार की जाएगी। पेरिस महासभा में हासिल समझौते का जलवायु परिवर्तन संबंधी फ्रेमवर्क कन्वेंशन के प्रावधानों का पालन करना चाहिये, विशेष रूप से आम लेकिन अलग-अलग जिम्मेदारी,निष्पक्ष आदि सिद्धांतों का। संबंधित देशों को अपनी राष्ट्रीय स्थिति के मुताबिक जलवायु परिवर्तन के निपटारे के लिए योगदान देना चाहिए। विकसित देशों को वर्ष 2020 तक हर साल 1 खरब अमेरिकी डॉलर का प्रदान देने का प्रतिबद्धता पूरा करते हुए विकासशील देशों को जलवायु के अनुकूल टेक्नोलॉजीज का हस्तांतरण करना है।
शी चिनफिंग ने जोर देते हुए कहा कि चीन सरकार ने जलवायु परिवर्तन को व्यापक रूप से राष्ट्रीय आर्थिक व सामाजिक विकास के मुख्य रणनीति में शालि किया है। चीन अपनी राष्ट्रीय स्थिति,विकास चरण व वास्तविक क्षमता से अनुकूल अंतर्राष्ट्रीय उत्तरदायित्व निभाने के लिये तैयार है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने कहा कि वर्तमान कार्य लंच से पेरिस महासभा में आम समझौते पर पहुंचने के लिये राजनीतिक शक्ति बढ़ायी जाएगी। संबंधित देशों को एकता की भावना से पेरिस महासभा में एक न्यायसंगत व संतुलित समझौते पर पहुंचाना चाहिए।
अंजली