चीनी राष्ट्रध्यक्ष शी चिनफिंग ने 26 सितंबर को न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में यूएन विकास शिखर सम्मेलन में"स्थाई समान विकास की खोज करें, सहयोग और समान जीत के साझेदार बनें"शीर्षक अहम भाषण दिया। उन्होंने बल देते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को 2015 के बाद विकास कार्यक्रम को नई शुरूआत बनाते हुए न्याय, खुले, सर्वांगीर्ण और सृजनात्मक विकसित रास्ते पर आगे बढ़ना चाहिए। चीन 2015 के बाद विकास कार्यक्रम को अपना उत्तरदायित्व मानते हुए एकता और समन्वय करते हुए भूमंडलीय विकास कार्य को आगे बढ़ाने में लगातार प्रयास करने को तैयार है।
शी चिनफिंग ने अपने भाषण में कहा कि संयुक्त राष्ट्र स्थापना की 70वीं वर्षगांठ पर विभिन्न देशों के नेता भविष्य में विकास के बारे में विचार विमर्श करने न्यूयॉर्क में एकत्र हुए। जो कि बहुत सार्थक है। विभिन्न देशों की जनता के लिए विकास में जीवन और आशा मौजूद है। यह प्रतिष्ठा और अधिकार का प्रतीक है। वर्तमान में शांति और विकास फिर भी आज के युग में बड़े मुद्दे हैं। विभिन्न प्रकार की भूमंडलीय चुनौतियों का मुकाबला करना शांति की खोज और विकास की प्राप्ति मूल रास्ता है।
शी चिनफिंग ने ज़ोर देते हुए कहा कि मौजूदा शिखर सम्मेलन ने 2015 के बाद विकास एजेंडा पारित किया, जिससे वैश्विक विकास के लिए नये विज़न का वर्णन किया गया और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के विकास के लिए नया मौका मिला। हमें न्यायिक विकास करना चाहिए, ताकि विकास के अवसर को और संतुलित किया जा सके । साथ ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आपस में सहयोग मज़बूत करते हुए 2015 के बाद विकास कार्यक्रम का समान कार्यान्वयन करना चाहिए, ताकि सहयोग और समान जीत साकार हो सके।
शी चिनफिंग ने यह भी कहा कि सुधार और खुले द्वारा की नीति लागू किए जाने के बाद से लेकर अब तक 30 से अधिक सालों में चीन चीनी विशेषता वाले विकसित रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। चीन ने बुनियादी तौर पर सहस्राब्दी विकास लक्ष्य साकार किया। देश में गरीबों की संख्या 43 करोड़ 90 लाख कम हुई। शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय कामयाबियां हासिल हुईं। पिछले 60 से अधिक सालों में चीन अंतरराष्ट्रीय विकास सहयोग में सक्रिय रूप से भाग ले रहा है। अब तक चीन ने कुल 166 देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों को करीब 4 खरब युआन की सहायता दी और 6 लाख सहायता कर्मी भेजे। भविष्य के उन्मुख करते हुए चीन विभिन्न देशों के साथ मिलकर 2015 के बाद विकास कार्यक्रम को बखूबी अंजाम देने के लिए समान प्रयास करने को तैयार है।
शी चिनफिंग ने एलान किया कि चीन विकासशील देशों के 2015 के बाद विकास एजेंडे के समर्थन के लिए"दक्षिण-दक्षिण सहयोग सहायता कोष"स्थापित करेगा, पहले चरण में 2 अरब अमेरिकी डॉलर की सहायता राशि देगा। इसके साथ ही चीन अति अविकसित देशों को लगातार पूंजी निवेश बढ़ाएगा, निवेश की राशि वर्ष 2030 तक 12 अरब डॉलर तक पहुंचेगी। इसके अलावा चीन संबंधित अति अविकसित देशों, अंतर्देशीय विकासशील देशों, छोटे विकासशील द्वीप देशों को सरकारी के बीच 2015 के अंत तक समय सीमा समाप्त हुए ब्याज मुक्त ऋण को रद्द करेगा।
(श्याओ थांग)