चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने स्थानीय समयानुसार 25 सितंबर को वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ वार्ता की। वार्ता के बाद दोनों नेता एक साथ पत्रकारों से मिले। उन्होंने मौसम परिवर्तन, सांस्कृतिक आवाजाही आदि क्षेत्रों में नयी सहमति प्राप्त कीं।
पत्रकार सम्मेलन में शी चिनफिंग ने कहा कि पिछले 36 सालों के विकास के बाद विश्व शांति व मनुष्य की प्रगति के लिए चीन व अमेरिका के कर्तव्य और बढ़ गये हैं। चीन अमेरिका के साथ मिलकर द्विपक्षीय संबंधों को निरंतर आगे बढ़ाता रहेगा और दोनों देशों की जनता व विश्व की जनता को लाभ देता रहेगा।
शी चिनफिंग ने कहा कि चीन सुधार को गहरा कर रहा है। चीन कानूनी प्रशासन को आगे बढ़ाकर खुशहाली समाज का निर्माण करने के महान लक्ष्य को साकार करने की प्रयासरत है। चीन दृढ़ता से शांतिपूर्ण विकास के रास्ते पर चलता रहेगा।
दक्षिण चीन सागर की चर्चा में शी चिनफिंग ने कहा चीन हमेशा ही पड़ोसी देशों के साथ अच्छा व्यवहार करने की नीति अपनाता है। उन्होंने जोर दिया कि दक्षिण चीन सागर के विभिन द्वीप प्राचीन काल से चीन की प्रादेशिक भूमि रहे हैं। हमें अपनी प्रादेशिक भूमि की प्रभुसत्ता की रक्षा करने का अधिकार है। हम वार्ता व सलाह मश्विरा के जरिए विवादों का समाधान करने पर डटे हुए हैं।
इंटरनेट सुरक्षा की समस्या की चर्चा में शी चिनफिंग ने कहा कि दो बड़े इंटरनेट देश होने के नाते, चीन व अमेरिका को वार्तालाप व सहयोग को मजबूत करना चाहिए। टकराव सही रास्ता नहीं है। चीन व अमेरिका के संबंधित विभागों ने साइबर क्राइम पर प्रहार करने पर अहम सहमति प्राप्त की।
लोकतंत्र व मानवाधिकार की चर्चा में शी चिनफिंग ने कहा कि लोकतंत्र व मानवाधिकार मनुषय की समान अभिलाषा है। हमें विभिन्न देशों की जनता द्वारा अपने देश का विकास रास्ता चुनने के अधिकार का सम्मान करना चाहिए। इस संदर्भ में चीन समानता व आपसी सम्मान के आधार पर अमेरिका के साथ मानवाधिकार की वार्ता करेगा, ताकि सहमति का विस्तार और मतभेदों को कम करें।