Web  hindi.cri.cn
    मानवीय आदान-प्रदान चीन-भारत संबंधों के विकास का आधार है
    2015-09-22 15:31:22 cri

    विश्व भारती के चीनी कॉलेज के प्रमुख अविजीत बनर्जी ने चीन में पढ़ाई की थी। अध्ययन के दौरान से ही उन्हें चीन व चीनी भाषा से प्यार हो गया। भारत में वापस लौटने के बाद वे चीनी भाषा की पढ़ाई व चीन-भारत के सांस्कृतिक आदान-प्रदान में लगे हैं । हाल ही में उन्होंने दिल्ली स्थित हमारे संवाददाता देव के साथ बातचीत की। उनके अनुसार मानवीय आदान-प्रदान चीन-भारत संबंधों के विकास का आधार है। यह चीनी कॉलेज की स्थापना का उद्देश्य भी है। दोनों देशों के सहयोग से दोनों देशों यहां तक कि विश्व की जनता को लाभ मिलेगा।

    अविजीत के मुताबिक वर्ष 2014 में चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने भारत की यात्रा के दौरान चीनी कॉलेज को शांतिपूर्ण सहअस्तितव के पांच सिद्धांत नामक पुरस्कार दिया। यह भी उनकी कोशिशों की पुष्टि है। उन्होंने कहा कि चीनी कॉलेज लगातार चीन के युन्नान विश्वविद्यालय के साथ एक आदान-प्रदान कार्यक्रम चला रहा है।

    अविजीत ने कहा कि हालांकि चीन व भारत के बीच गैरसरकारी मानवीय आदान-प्रदान महत्वपूर्ण है। लेकिन दोनों देशों की सरकारों की सक्रिय रूख व कोशिश ज्यादा महत्वपूर्ण होगी। वर्तमान में चीन एक पट्टी एक मार्ग के निर्माण को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है। हालांकि भारत ने समर्थन देने को व्यक्त किया, लेकिन भारत का रुख सक्रिय नहीं है। जिसका कारण यह है कि भारत ने इस कार्यक्रम का अध्ययन नहीं किया। उनके विचार में एक पट्टी व एक मार्ग भारत के आर्थिक विकास के लिये लाभदायक होगा।(चंद्रिमा)

    1 2 3
    © China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
    16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040