हाल ही में नानजिंग में एक बुकस्टोर खुला है जहां पर कोई कैशियर डेस्क या स्टाफ नहीं है जो किताबों पर नजर रख सके। यहां पर पाठकों को सुविधा दी गई है कि वे कोई भी किताब ले जा सकते हैं हैं। यहां पर एक मनी बॉक्स लगाया गया है जिसमें वे इच्छानुसार पैसे डाल सकते हैं। इसलिए इसका नाम ऑनेस्टी बुकस्टोर रखा गया है।
संस्थापकों का कहना है कि लोगों में ईमानदारी और निष्ठा बढ़ाने के लिए यह एक तरह का सोशल एक्सपेरिमेंट है। कोई माने या न माने यह आइडिया काम तो कर रहा है। खुले आसमान के नीचे ये बुकस्टोर बनाया गया है। किसी भी स्टाफ की नियुक्ति नहीं की गई है। लोग मनचाही बुक ले जाते हैं। किसी तरह की कोई रोक नहीं है उन पर। वे बॉक्स में अपनी मर्जी से पैसे भी डालकर जाते हैं। ये कुछ और नहीं है अंतरात्मा की आवाज के सिवाय। संस्थापक दावा करते हैं कि मनी बॉक्स में इतना पैसा आ जाता है कि जिससे स्टोर का संचालन आसानी से किया जा सके।
इस स्टोर में 1500 से ज्यादा शीर्षक वाली किताबें हैं। जिनमें नॉवेल, लाइफस्टाइल और बच्चों से जुड़ी किताबें शामिल हैं। जिस दिन स्टोर की शुरुआत हुई थी, उसी दिन 300 से ज्यादा किताबें बिक गई थी और बॉक्स में वाजिब पैसे आ गए थे। वीकेंड में तो 800 से ज्यादा किताबें बिकीं थी। खास बात यह है कि एक भी किताब चोरी नहीं हुई।
पूरे चीन में चर्चा हो रही है स्टोर की
इस स्टोर की पूरे चीन में चर्चा हो रही है, क्योंकि इस तरह की पिछली कोशिशें सफल नहीं रही थी। दो साल पहले फुजियान प्रांत में एक सेल्फ सर्विस रेस्त्रां खोला गया था। जिसमें 20 फीसदी लोगों ने तो पैसे ही नहीं दिए। इसकी वजह से होटल मालिकों को तकरीबन 26 लाख रुपए का घाटा हुआ था। लेकिन इस स्टोर ने एक नई उम्मीद जगा दी है।
भारतीय मीडिया दैनिक भास्कर से आई खबर