शांगहाई सहयोग संगठन का 15वां शिखर सम्मेलन 10 जुलाई को रूस के ऊफ़ा शहर में आयोजित हुआ। जिसमें वर्ष 2025 तक शांगहाई सहयोग संगठन की विकास योजना पारित की गई।
वर्तमान में शांगहाई सहयोग संगठन के सिर्फ 6 सदस्य देश हैं। वर्ष 2014 में आयोजित दुशान्बे शिखर सम्मेलन में नए सदस्य देश शामिल करने का कानूनी दस्तावेज पारित किया गया। इस बार के ऊफ़ा शिखर सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान औपचारिक रूप से सदस्य देश बनेंगे। यह शांगहाई सहयोग संगठन की स्थापना के 14 साल बाद पहली बार नए सदस्य देश शामिल हो रहे हैं।
चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने कहा कि इस बार के शिखर सम्मेलन के बाद, शांगहाई सहयोग संगठन भारत और पाकिस्तान को नए सदस्य देश के रूप में स्वीकार करने की प्रक्रिया शुरू करेगा। हमें विश्वास है कि नए सदस्यों की हिस्सेदारी शांगहाई सहयोग संगठन के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के लिए लाभदायक होगी।
भारत और पाकिस्तान के शांगहाई सहयोग संगठन में शामिल होने के बाद, संगठन के सदस्य देशों की कुल आबादी विश्व की कुल जनसंख्या के 50 प्रतिशत के बराबर होगी। संगठन का प्रभाव दक्षिण एशिया में विस्तृत हो सकेगा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि शांगहाई सहयोग संगठन का नए सदस्य देशों को स्वीकार करना यूरोप और एशिया में भूराजनीति के सुधार के लिए लाभदायक है।
(मीरा)