विश्व खाद्य व कृषि संगठन ने 7 जून को रोम में भूखमरी से निपटने में प्रगति नामक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया और इस पक्ष में बड़ी उपलब्धियां प्राप्त करने वाले देशों को सम्मानित किया। चीन की भूखमरी ग्रस्त आबादी में बड़ी मात्रा में गिरावट आने के चलते चीन को सम्मानित किया गया।
चीनी उप प्रधानमंत्री वांग यांग ने कार्यक्रम में भाषण देते हुए कहा कि 1 अरब 30 करोड आबादी वाले बड़े देश होने के नाते चीन हमेशा से खाने के मुद्दे को प्राथमिकता देता है और खाद्य उत्पादन और कृषि को चीन के आर्थिक व सामाजिक विकास में सबसे ऊपर के स्थान पर रखता है। पिछले साल चीनी खाद्यान्न उत्पादन में लगातार 11 साल तक वृद्धि दर्ज हुई और खाद्यान्न का कुल उत्पादन लगातार दो सालों तक 60 करोड़ टन से अधिक बना रहा।
वांग यांग ने कहा कि चीन कृषि के खुलेपन का विस्तार करेगा और अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढाएगा। चीन अन्य विकासशील देशों को यथासंभव कृषि सहायता प्रदान कर भूखमरी मुक्त विश्व का निर्माण करने के लिए तैयार है।
विश्व खाद्य व कृषि संगठन के आंकडों के मुताबिक 1990--1992 में चीन में भूखमरी आबादी की संख्या 28 करोड 90 लाख थी, जो कुल आबादी का 23.9 प्रतिशत भाग बनता है। अनुमान है कि 2014 से 2016 तक चीन में भूखमरी से ग्रस्त आबादी की संख्या 13 करोड 40 लाख तक घटेगी, जो कुल आबादी का 9.3 प्रतिशत भाग बनेगा।