भूकंप को आए हुए आधा महीना बीत चुका है। तिब्बत में आम नागरिकों का उत्पादन और जीवन धीरे धीरे बहाल हो रहा है। भविष्य के बारे में उनका पक्का विश्वास है।
भूकंप के बाद तिब्बत की दींगरी काऊंटी के अधीनस्थ 3 गांवों में 800 से ज्यादा लोग अस्थायी निवास स्थानों में स्थानांतरित किये गये हैं। स्कूलों में पढ़ाई की बहाली भी की गयी है। भूकंपग्रस्त क्षेत्रों में आम जनता का जीवन धीरे धीरे सामान्य होने लगा है।
चीन-नेपाल के सीमांत क्षेत्र में स्थित जीलोंग काऊंटी की साले जिला भूकंप के केंद्र से केवल 40 किलोमीटर दूर है, जो सबसे गंभीर तरीके से बर्बाद हुए कस्बों में से एक है। वहां हमने देखा कि कई तंबू लगाये गए हैं। किसानों ने हमें बताया कि स्थानीय सरकार ने उन्हें खाद्य पदार्थों सहित अनेक सामग्रियां दी हैं।
स्थानीय किसानों ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी और केंद्र सरकार के प्रति अपना आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी जरूरी चीज़ों को समय पर देती है। चीन के इस बड़े परिवार में रहते हुए उन्हें बड़ी खुशी हुई है।
उच्च गुणवत्ता कमांड और प्रबल भूकंप विरोधी और राहत क्षमता को देखकर तिब्बती लोग मातृभूमि की प्रशंसा करते रहे। उन्होंने कहा कि भूकंप ने उनके घरों को बर्बाद किया है, लेकिन सरकार ने उनकी बड़ी मदद की। अब उन्हें अपनी जन्मभूमि का पुनःनिर्माण करने का पक्का विश्वास है। उन्हें विश्वास है कि नये गांव का निर्माण और बेहतर होगा।
भूकंप वसंत के कदम को ही नहीं, सुन्दर जीवन के प्रति लोगों की अभिलाषा और सपने को भी नहीं रोक सकता है।