ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री केविन रेड ने स्थानीय समय के अनुसार 4 मई को न्यूयॉर्क में चीन में मंदी होने वाली अवधारणा का खंडन किया और कहा कि"एक पट्टी एक मार्ग"प्रस्ताव समेत कई वृद्धि बिन्दुओं से चीन के दीर्घकालीन विकास के लिए लाभदायक होगा। उन्होंने इसी दिन न्यूयॉर्क में विश्व चीनी-विद्या मंच की अमेरिकी शाखा के मंच में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि किसी हद तक कहा जाए, तो"एक पट्टी एक मार्ग"प्रस्ताव के आधार पर चीन अपने बीच अधिक संपर्क वाले पारंपरिक देशों पर निर्भर ही नहीं, बल्कि पूरे यूरोपीय और एशियाई महाद्वीपों में अपना दूसरा विदेशी संपर्क बंदरगाह स्थापित कर रहा है। यह बंदरगाह चीन के पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र से जुड़ा हुआ है, इन क्षेत्रों का विकास मध्य और पूर्वी चीन के विकास की तुलना में थोड़ा पिछड़ा है।
केविन रेड ने चीनी आर्थिक वृद्धि में आई धीमी गति की वजह से चीन में मंदी होने वाली अवधारणा को नकारते हुए कहा कि इस अवधारणा के किसी विवेकपूर्ण विश्लेषण का आधार नहीं है। वे भविष्य में चीन के विकास के प्रति आशावान हैं।
उस दिन मंच पर चीन में सुधार और इसके अंतरराष्ट्रीय प्रभाव पर चर्चा की गई। चीनी राज्य परिषद के न्यूज़ कार्यालय की उप प्रधान छ्वी यूयिंग ने कहा कि चीन के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार किए जा रहे सुधार से मध्य और दीर्घकालीन विकास में नई जीवन शक्ति का संचार किया जाएगा।
गौरतलब है कि वर्ष 2004 से ही विश्व चीनी-विद्या मंच हर दो साल में शांगहाई में आयोजित किया जाता है। जिसमें कुल 800 से अधिक देसी-विदेशी लोगों की भागीदारी हुई। ऐसा पहली बार हुआ है कि यह मंच विदेश में आयोजित किया जा रहा है।
(श्याओ थांग)