चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने 22 अप्रैल को निमंत्रण पर जापानी प्रधान मंत्री शिन्जो अबे से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों पर विचार विमर्श किया।
शी चिनफिंग ने कहा कि ऐतिहासिक सवाल चीन जापान संबंधों के राजनीतिक आधार से जुड़े महत्वपूर्ण सैद्धांतिक सवाल हैं। आशा है कि जापान गंभीरता से एशियाई पड़ोसियों की चिंता को दूर करेगा और बाहर इतिहास का सामना करने का सकारात्मक संकेत देगा।
शी चिनफिंग ने बल देकर कहा कि चीन और जापान को एक दूसरे के प्रति सकारात्मक नीति अपनानी चाहिए। दोनों पक्षों को विभिन्न क्षेत्रों में आदान प्रदान जारी रखकर दोनों देशों की जनता की पारस्परिक समझ बढ़ाना चाहिए।
शी चिनफिंग ने आशा प्रकट की कि जापान चीन के साथ शांति और सहयोग के रास्ते पर चलेगा और मिलकर अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए अधिक योगदान करेगा।
शिन्जो अबे ने कहा कि उनको दोनों देशों के संबंधों को सुधारने की बड़ी इच्छा है। वे इस पर हमेशा से सहमत हैं कि जापान और चीन का विकास एक दूसरे के लिए खतरा नहीं बनेगा। जापान पिछले साल संपन्न चार सूत्रीय सैद्धांतिक समानताओं के आधार पर विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों की आवाजाही और वार्तालाप को बढ़ाना चाहता है। जापान शांति और विकास के रास्ते पर चलने को कृतसंकल्प है। जापान ये बात समझता है कि एशियाई क्षेत्र को बुनियादी संस्थापनों में पूंजी निवेश की बड़ी जरूरत है। जापान चीन के साथ एआईआईबी के बारे में विचार करने को तैयार है।