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    चीन-पाक संयुक्त बयान का विश्लेषण
    2015-04-22 11:27:18 cri

    चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग व पाक प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ ने 20 अप्रैल को इस्लामाबाद में चीन व पाकिस्तान के बीच सभी मौसमों के अनुरूप रणनीतिक सहयोग साझेदार संबंधों की स्थापना से जुड़ा संयुक्त बयान जारी किया। इस बयान में कुल 20 विषय शामिल हैं। जिसमें भविष्य में चीन व पाकिस्तान के बीच राजनीति, अर्थ व व्यापार, सुरक्षा व मानवीय आदि क्षेत्रों में विस्तृत सहयोग की चर्चा की गयी। विद्वानों के अनुसार यह दस्तावेज बहुत व्यवहारिक है, जिसने चीन-पाक के भविष्य के लिये एक खाका तैयार किया।

    इस बयान में चीन-पाक द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया गया। पहले के रणनीतिक सहयोग साझेदार संबंधों को सभी मौसमों के अनुरूप रणनीतिक सहयोग साझेदार संबंधों तक उन्नत किया गया। चीनी सामाजिक विज्ञान अकादमी के दक्षिण एशिया अध्ययन केंद्र के महासचिव, अंतर्राष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञ येए हाएलिंग ने कहा कि सभी मौसमों के अनुरूप का मतलब है कि चाहे अंतर्राष्ट्रीय व पड़ोसी देशों के माहौल में कोई भी परिवर्तन क्यों न आए चीन व पाकिस्तान के बीच मैत्रीपूर्ण सहयोग संबंध नहीं बदलेंगे। चीन व अन्य देशों के संबंधों में यह एकमात्र द्विपक्षीय संबंध है, जो सभी मौसम के अनुरूप है। भविष्य में दोनों देश व्यापक रूप से रणनीतिक सहयोग करेंगे।

    पाकिस्तान के इस्लामाबाद विश्व मामलात कमेटी के अध्यक्ष खालिद महमूद के ख्याल से चीन-पाक संबंध दोनों देशों के दीर्घकालीन आपसी विश्वास व दोनों जीत के आधार पर सभी मौसम के अनुरूप के स्तर पर पहुंचे। इससे जाहिर होता है कि चाहे माहौल में कोई बदलाव क्यों न आए, चीन-पाक भविष्य में दृढ़ता से एक साथ होंगे।

    साथ ही संयुक्त बयान में चीन-पाक आर्थिक गलियारे को रेशम मार्ग आर्थिक पट्टी बनाने और 21वीं सदी के समुद्री रेशम मार्ग समेत महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में प्राप्त प्रगतियों का उच्च मूल्यांकन किया गया।

    खालिद के अनुसार चीन-पाक आर्थिक गलियारा चीन के काशी से पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह तक है। इसलिये वह रेशम मार्ग आर्थिक पट्टी व समुद्रीय रेशम मार्ग को जोड़ देता है। इस गलियारे के निर्माण को पूरा करना चीन के एक पट्टी व एक मार्ग के महान विचार का एक मील का पत्थर होगा।

    संयुक्त बयान में इस बात की सहमति जताई गई कि दोनों देश चीन-पाक आर्थिक गलियारे के साथ ग्वादर बंदरगाह, ऊर्जा, यातायात की बुनियादी सुविधाओं व व्यावसायिक सहयोग पर महत्व देंगे। उनके अलावा सहयोग के सिलसिलेवार निर्माण कार्यक्रमों की चर्चा भी की गयी।

    येए हाएलिंग ने कहा कि चीन-पाक आर्थिक गलियारा एक पट्टी व एक मार्ग का कुंजीभूत हिस्सा है। खास तौर पर ग्वादर बंदरगाह का निर्माण। इसे पूरा करने के बाद पूर्व चीन के समुद्र तटीय क्षेत्र, उत्तर-पश्चिमी चीन के भीतरी भाग तथा हिंद महासागर के समुद्र तटीय क्षेत्र एक दूसरे से आर्थिक संपर्क रखेंगे।

    संयुक्त बयान में चीन व पाकिस्तान ने आतंकवाद विरोधी सहयोग तथा अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय सुरक्षा मामलों में समन्वय व सहयोग को मजबूत करने की चर्चा भी की। चीन लगातार शांति का आह्वान करता है, और विकास के लिये अच्छा वातावरण तैयार करता है। पाक चीन की सुरक्षा योजना को पूरा समर्थन देगा।

    (चंद्रिमा)

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