चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने 21 अप्रैल को पाकिस्तान की संसद में भाषण दिया, जिसमें उन्होंने चीन-पाकिस्तान की सदाबहार मैत्री और संपूर्ण सहयोग का उच्च मूल्यांकन किया है। उन्होंने बल देते हुए कहा कि चीन और पाकिस्तान को दोनों देशों के समुदायों का साझा भाग्य सार्थक करना चाहिए, जिससे एशिया के साझा भाग्य का समुदाय बनाने के लिये एक आदर्श स्थापित किया जाए। शी चिनफिंग ने अपने भाषण में चीन के शांतिपूर्ण विकास की विचारधारा से सभी को अवगत कराया और दक्षिण एशिया के पड़ोसी देशों के प्रति चीन की मित्रवत नीतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि चीन दक्षिण एशियाई देशों के साथ सहयोग को मज़बूत कर पारस्परिक लाभ वाला विकास और समान समृद्धि संपन्न करना चाहते हैं।
पाकिस्तान के प्रधान मंत्री नवाज शरीफ ,सीनेट के अध्यक्ष रजा रब्बानी , राष्ट्रीय असेंबली के अध्यक्ष सदिक और पाक संसद सदस्यों ने यह भाषण सुना।
शी चिनफिंग ने अपने भाषण में बल देकर कहा कि चीन और पाकिस्तान को निरंतर साझा भाग्य वाले समुदाय के विषयों को समृद्ध कर दोनों देशों की जनता को अधिक लाभ पहुंचाना और क्षेत्रीय स्थिरता और समृद्धि बढ़ाना चाहिए इसके साथ ही एशियाई साझा भाग्य वाले समुदाय के निर्माण के लिए रोल मॉडल तैयार करना चाहिए।
शी चिनफिंग ने चीन के शांतिपूर्ण विकास के अवधारणा की चर्चा करते हुए कहा कि चीना शांति प्रेमी देश है। चीन सहयोग और साझा विजय पर कायम रहकर हमेशा विकासशील देशों का विश्वसनीय और ईमानदार दोस्त बना रहेगा। चीन को आशा है कि एक पट्टी एक मार्ग पर स्थित देशों के साथ सहयोग मजबूत कर मिलकर एक खुला और सहयोगी मंच तैयार किया जाएगा ताकि क्षेत्रीय अनवरत विकास में नई जान फूंकी जाए।
शी चिनफिंग ने अपने भाषण के अंत में कहा कि चीन-पाक साझा भाग्य वाले समुदाय का निर्माण चीन-पाक सरकार और दोनों देशों की जनता के द्वारा अपने मूल हितों से किया गया रणनीतिक चुनाव है।