पेइचिंग ओपेरा में चेहरे का रंजन मुख्य रूप से पुरुष पात्र के लिए किया जाता है। साथ ही वास्तविकता और सांकेतिकता का सामंजस्य करने के कलात्मक तरीके से पात्रों की भावना, चरित्र, सूरत, उम्र और व्यवसाय के अनुरूप उनकी विशेषता को बढ़ा-चढ़ाकर चेहरे का मेकअप किया जाता है। सच्चरित्र व दुष्चरित्र पात्र के लिए अलग-अलग रंग होते हैं। पात्र के रंगमंच पर आते ही उसके चेहरे पर भरे हुए रंगों से दर्शकों को वफादार, गद्दार, अच्छे या बुरे चरित्र का पता चल जाता है। लम्बे अरसे से चीनी लोग यह कलात्मक तरीका अपनाते आ रहे हैं। आम तौर पर वफादार और न्यायप्रिय पात्र का चेहरा लाल होता है। बहादुर व ईमानदार पात्र का चेहरा बैंगनी होता है। खुले दिल वाले पात्र का चेहरा काला होता है। निर्दयी पात्र का चेहरा पीला होता है। षड्यंत्रकारी व कपटी पात्र का चेहरा सफेद होता है। पौराणिक कथा के पात्र का चेहरा स्वर्ण व रजत रंग का होता है। पेइचिंग ओपेरा में चेहरे पर रंग भरते समय भौंहों, आंखों, ताक, मुंह, मस्तक और मुख की रेखाओं को छोटा-बड़ा कर सुन्दर बनाया जाता है।
चेहरे पर भरे हुए रंग भड़कीले व मोहक होते हैं, नजदीक या दूर से देखने पर कलात्मक प्रभाव दिखाई देता है।