चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने 20 अप्रैल को इस्लामाबाद में पाकिस्तान के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ के अध्यक्ष रशद महमूद, पाक थल सेनाध्यक्ष राहील शरीफ, नौसेना के प्रमुख मुहम्मद ज़काउल्लाह और वायुसेना के प्रमुख सोहिल अमन से मुलाकात की।
शी चिनफिंग ने कहा कि पाक सेना चीन-पाक मैत्री का स्तंभ है, जिसने लंबे समय में द्विपक्षीय संबंध के विकास में अहम भूमिका निभाई। नई स्थिति में हम अधिक घनिष्ठ चीन-पाकिस्तान साझा भाग्य समुदाय का निर्माण कर रहे हैं। इसी दौरान पाक सेना की समझ और समर्थन से अलग नहीं किया जा सकता। दोनों देशों की सेनाओं के बीच उच्च स्तरीय आवाजाही बरकरार रहनी चाहिए। प्रतिरक्षात्मक सुरक्षा वार्ता व्यवस्था का अच्छी तरह कार्यान्वयन करते हुए संयुक्त सैन्य अभ्यास और प्रशिक्षण को मज़बूत किया जाए। ताकि दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग के विषय और विविधतापूर्ण हो सके। चीन अपने देश की स्वतंत्रता, प्रभूसत्ता, प्रादेशिक अखंडता की रक्षा करने के लिए पाकिस्तान द्वारा की गई कोशिशों का समर्थन करता है। इसके साथ ही पाकिस्तान अपनी राष्ट्रीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए आतंक विरोधी रणनीति का समर्थन भी करता है। पाकिस्तान ने आतंकवाद पर लगाम कसने की भरसक कोशिश की है। वह क्षेत्रीय शांति को बनाए रखने और विकास के संवर्धन की अहम शक्ति बन गया है। हाल के वर्षों में चीन और पाकिस्तान के बीच आतंक विरोधी सहयोग में उल्लेखनीय परिणाम हासिल हुए, जो दोनों देशों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं।
महमूद समेत पाकिस्तान के सैन्य नेताओं ने शी चिनफिंग की पाक यात्रा का स्वागत करते हुए कहा कि पाकिस्तान-चीन संबंध का समग्र, दीर्घकालिक और रणनीतिक अर्थ होता है। सुदृढ़ प्रतिरक्षात्मक और सुरक्षा सहयोग द्विपक्षीय संबंध की अहम विशेषता है। पाक सेना दोनों देशों के मित्रवत सहयोग को लगातार मज़बूत करने का समर्थन करती है। साथ ही आतंकवाद पर हमला करने और राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखने के लिए चीन द्वारा की गई कोशिशों का निरंतर समर्थन भी करती रहेगी।
(श्याओ थांग)