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    आईएमएफ में सुधार का प्रस्ताव पारित करे अमेरिकाः चीन
    2015-04-18 18:06:29 cri

    एशियाई आधारभूत संस्थापन निवेश बैंक (एआईआईबी) और विश्व बैंक एक दूसरे के पूरक हैं। अमेरिकी कांग्रेस को शीघ्र ही अन्तरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का शेयर सुधार प्रस्ताव पारित करना चाहिए। चीनी उप वित्त मंत्री चू क्वांग याओ ने 17 अप्रैल को अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में भाषण देते हुए यह बात कही।

    चू क्वांग याओ ने कहा कि 70 साल बीत चुके हैं, लेकिन ब्रेटन वुड्स सिस्टम फिर भी आईएमएफ और विश्व बैंक के जरिए अपनी भूमिका निभाती है। चीन उक्त दोनों संगठनों का अहम सदस्य देश है और दोनों संगठनों की क्षमता उन्नत करने में भरसक कोशिश करता है।

    चू क्वांग याओ ने एशियाई विकास बैंक के आंकड़ों के हवाले से कहा कि भविष्य के दस सालों में एशिया में बुनियादी संस्थापनों के निर्माण में 80 खरब अमेरिकी डॉलर की जरुरत है। इस मौके पर चीन ने अन्तरराष्ट्रीय जिम्मेदारी उठाकर एआईआईबी की स्थापना करने का सुझाव पेश किया।

    चू क्वांग याओ ने कहा कि एआईआईबी का लक्ष्य अर्थव्यवस्था का विकास करना है। एआईआईबी, विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक एक दूसरे के पूरक हैं, नकि बदलना। चीन वर्तमान अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था में रचनात्मक भूमिका निभाता है। चीन आशा करता है कि मौजूदा अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था में सुधार करने के जरिए इस व्यवस्था की क्षमता उन्नत की जाएगी। चीन वर्तमान व्यवस्था को उखाड़ भेंकना नहीं चाहता।

    अमेरिका की चर्चा में चू क्वांग याओ ने आशा जताई कि आईएमएफ और विश्व बैंक के दोनों अहम सदस्य होने के नाते चीन और अमेरिका और व्यापक सहयोग करेंगे, ताकि दोनों संगठनों की क्षमता बढ़ सके। उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस से शीघ्र ही आईएमएफ का शेयर सुधार प्रस्ताव पारित करने का आग्रह किया , ताकि विकासशील देशों के बोलने का अधिकार उन्नत किया जा सके।

    गौरतलब है कि आईएमएफ और विश्व बैंक का तीन दिवसीय वार्षिक सम्मेलन 17 अप्रैल को वाशिंगटन में उद्घाटित हुआ। एआईआईबी, आईएमएफ का शेयर सुधार, दुनिया भर में आर्थिक मंदी, ऋण और ऊंची बेरोजगारी दर आदि सम्मेलन के मुख्य विषय बने।

    (ललिता)

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