पटाखे जलाना चीन में वसंत त्यौहार की खुशियां मनाने की एक अहम रस्म है। लेकिन इस साल वसंत त्यौहार के दौरान 70 प्रतिशत पेइचिंग वासियों ने पटाखे नहीं खरीदे, क्योंकि उन्हें चिंता है पटाखे जलाने से वायु प्रदूषण गंभीर होगा।
हालांकि पटाखे जलाना कम हो गया, लेकिन लोगों ने अपनी परंपरा को कम महत्व नहीं दिया। अब पर्यावरण संरक्षण वाले पटाखे बाज़ार में लोकप्रिय होने लगे हैं। चीनी लोगों ने परंपरा और पर्यावरण के बीच एक संतुलन खोज लिया है।
पेइचिंग में 13 से 23 फरवरी तक ही पटाखे उपलब्ध होंगे। पिछले वर्ष की तुलना में 10 दिन कम किए गए हैं। इसके अलावा पटाखे बेचने की दुकानें भी 200 से कम हो गईं।
वायु प्रदूषण से जनता के जीवन पर ज्यादा प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए वर्ष 2015 में ही चीन में कुल 138 शहरों में पटाखे जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही 536 शहरों में पटाखे जलाने पर नियंत्रण किया गया। तमाम पेइचिंग वासियों ने परंपरागत पटाखों की जगह पर पर्यावरण संरक्षण वाले पटाखे का इस्तेमाल करने की इच्छा जताई।
(दिनेश)