बांसुरियां बहुत सुन्दर ढंग से बनाई जाती हैं। उन पर कांस्य रंग की वारनिश की जाती है और विभिन्न डिजाइनें व कविताएं खुदी होती हैं। कुछ युगल होती हैं जिनमें ड्रैगन की और दूसरे पर अमरपक्षी की डिजाइन बनी होती है। उनसे अलग-अलग सुर निकलते हैं, एक की आवाज़ भारी व बुलन्द होती है तो दूसरे की आवाज सुरीली व मीठी। बजाने पर लगता है कि युगलगान में पुरुष व महिला की आवाज़ें हों।
य्वीफिडं काउन्टी में बांसुरी बनाने का इतिहास तीन सौ साल पुराना है। नये चीन की स्थापना के पहले वहां बांसुरी बनाने का सिर्फ एक कारखाना था जिसे इसलिए बन्द कर देना पड़ा। क्योंकि क्वोमिन्ताडं प्रतिक्रियावादी शासन तले कंगाल चीनी जनता बांसुरी खरीदने में असमर्थ थी। नये चीन की स्थापना के बाद जन-सरकार ने बांसुरी बनाने का काम पुनः आरंभ करने के लिए पूंजी नियत की। बांसुरी बनाने वाले अनुभवी लोगों ने अपना हुनर नई पीढ़ी को सिखाया। पिछले चन्द सालों में य्वीफिडं बांसुरी कारखाने ने स्थानीय ऑपेरा मंडलियों के अनुकूल बांसुरियों के अलावा नौजवानों व बच्चों के लिए विशेष प्रकार की बांसुरियां तैयार कीं।