हाल ही में यह अफवाह फैली कि अमेरिका द्वारा दबाव डालने के कारण एशिया-प्रशांत मुक्त व्यापार क्षेत्र पर वार्ता एपेक सम्मेलन में नहीं होगी। इस बारे में चीनी वाणिज्य सहायक मंत्री वांग शोवन ने 4 नवंबर को पेइचिंग में कहा कि एशिया-प्रशांत मुक्त व्यापार क्षेत्र की स्थापना एपेक के 21 सदस्य देशों की सर्वसम्मत इच्छा है। अभी तक एशिया-प्रशांत मुक्त व्यापार क्षेत्र की स्थापना को एपेक के सभी सदस्य देशों का समर्थन मिला है। इसी दौरान कोई बाधा व मतभेद नहीं हैं।
5 से 11 नवंबर तक एपेक सम्मेलन पेइचिंग में आयोजित होगा। आजकल यह अफवाह है कि वाशिंगटन को चिंता है कि वर्तमान में एशिया-प्रशांत मुक्त व्यापार क्षेत्र की स्थापना पर वार्ता शुरू करने से टीपीपी(ट्रांस-पेसिफिक पार्टनरशिप) वार्ता को रोका जाएगा। इसलिए उसने एपेक पर दबाव बनाया है कि एशिया-प्रशांत मुक्त व्यापार क्षेत्र का व्यवहार्यता का अध्ययन न करें।
वांग शोवन ने कहा कि एशिया-प्रशांत मुक्त व्यापार क्षेत्र का प्रस्ताव वर्ष 2006 में वियतनाम के हनोई में आयोजित एपेक सम्मलेन में पेश किया गया, जिस पर एपेक के 21 सदस्य देशों की सहमति हासिल है। वर्तमान में एपेक के विभिन्न सदस्य देश रचनात्मक रवैया अपनाते हुए विचार-विमर्श कर रहे हैं। अभी तक अभी तक लगभग एपेक के सभी सदस्य देशों का समर्थन मिला है। कुछ विस्तृत विषयों पर विचार किया जा रहा है।
(मीनू)