दक्षिण कोरिया के इंचियोन एशियाई खेलों का उद्घाटन समारोह 19 सितंबर को हुआ, जिसका मुख्य विषय"4.5 अरब लोगों का सपना, एक ही एशिया"है। उद्घाटन समारोह के बारे में दक्षिण एशियाई मीडिया की राय व मत अलग-अलग रही।
बांग्लादेशी अखबार"द डेली लाइफ़"के फ़ोटोग्राफ़र प्रदीप कुमार शिल ने प्रशंसा करते हुए कहा कि उद्घाटन समारोह में प्रस्तुत कार्यक्रम बहुत अच्छे थे, वातावरण शांत था। इसे देखते हुए उन्हें बहुत खुशी हुई।
नेपाली"कांतिपुर"रेडियो के न्यूज़ संपादक पवन आचार्य ने पिछले चीन के क्वांगचो एशियाई खेलों में हिस्सा लिया था। दोनों की तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि क्वांगचो एशियाई खेलों का उद्घाटन समारोह इससे थोड़ा अच्छा था।
वहीं पाकिस्तान के"डेली टाइम्स"के खेल पत्रकार ख़्वाजा मुहम्मद अली के विचार में यूरोप की तरह एशिया को भी एक साथ जोड़ा जाना चाहिए। एशियाई खेलों के उद्घाटन समारोह को ऐसा संदेश देना चाहिए, जिससे जाहिर हो कि एशिया एक संपूर्ण अंक है और एशिया की संपूर्णता की आवश्यकता है।
"द टाइम्स ऑफ़ इंडिया"के वरिष्ठ पत्रकार अभिजीत कुलकर्णी ने इंचियोन एशिया के उद्घाटन समारोह की चर्चा में कहा कि मौजूदा उद्घाटन समारोह का डिज़ाइन सरल और मितव्ययी था, जिस पर पैसे कम खर्च किये। उनका मानना है कि इस प्रकार का सरल और मितव्ययी एशियाई खेलों का आयोजन करना अच्छी बात है, क्योंकि इससे भविष्य में एशियाई खेलों के आयोजन के लिए नया नमूना पेश किया जाएगा।
(श्याओ थांग)