वर्ष 2014 विश्व प्रथम ज्ञान अर्थव्यवस्था महासभा 21 सितंबर को पूर्वी चीन के छिंगताओ शहर में उद्घाटित हुई। 50 से अधिक देशों और क्षेत्रों के लगभग एक हजार प्रतिनिधियों ने इसमें अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।
2014 नोबेल अर्थशास्त्र पुरस्कार विजेयता एडवर्ड प्रेस्कोट ने इस सभा में भाषण देते समय बताया कि ऊर्जा संसाधन दिन ब दिन कम हो रहे हैं और पारंपरिक अर्थव्यवस्था नयी अर्थव्यवस्था के रूप में बदल रही है। ज्ञान अर्थव्यवस्था नयी अर्थव्यवस्था के एक महत्वपूर्ण अंग होने के नाते किसी देश की सृजन क्षमता को प्रतिबिंबित करने वाला नया व्यवसाय बन गया है।
इस महासभा का मुख्य विषय रूपांतरण, सृजन और छलांग है, जो तीन दिनों तक चलेगी। महासभा के दौरान फोर्चून अर्थव्यवस्था, विश्व आर्थिक परिस्थिति के परिवर्तन, विज्ञान और शिक्षा जैसे मंच आयोजित होगा। इसके अलावा निम्न कार्बन शिखर सम्मेलन, अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण महासभा जैसे सहायक सम्मेलन भी आयोजित किये जाएंगे।