चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा और प्रदेश के दूसरे सबसे बडे शहर शिकाजे के बीच रेलवे लाइन 15 अगस्त को औपचारिक रूप से खोली गयी। माना जा रहा है कि ल्हासा-शिकाजे रेलवे लाइन से तिब्बत में यातायात की स्थिति बेहतर होगी और इससे तिब्बत के आर्थिक उत्थान में भी बढ़ावा मिलेगा।
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के पर्यटन ब्यूरो के उप-निदेशक वांग सुंग पिंग ने बताया कि इस रेलवे लाइन के संचालन से अधिक पर्यटक शिकाजे का दौरा करेंगे। यह हिमालय पहाड़ पार बृहद पर्यटन क्षेत्र की स्थापना का सपना पूरा करने में एक महत्वपूर्ण कदम है।
विशेषज्ञों के विचार में ल्हासा-शिकाजे रेलवे लाइन खुलने से छिंगहाई तिब्बत रेलवे लाइन चीन, नेपाल और भारत के बीच ज़मीनी बंदरगाहों के अधिक नज़दीक पहुंच चुकी है। भीतरी चीन के टेक्सटाइल उत्पाद, वस्त्र, जूते, इलेक्ट्रोनिक वस्तु, मशीन और कृषि उपज का दक्षिण एशिया में निर्यात करना अब अधिक आसान होगा। इससे तिब्बत के वैदेशिक व्यापार में तेजी आएगी।
सूत्रों के अनुसार चीन की 13वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान शिकाजे से चीन नेपाल सीमा पर स्थित ची लोंग ज़मीनी बंदरगाह और शिकाजे से या तुंग ज़मीनी बंदरगाह तक की रेलवे लाईनों का निर्माण होगा। इस तरह तिब्बत से नेपाल और भारत जाने वाली अंतरराष्ट्रीय रेलवे लाइन बन जाएगी।