दूसरा चीन-दक्षिण एशिया मेला 6 से 10 जून को चीन के युन्नान प्रांत के खुनमिंग शहर में आयोजित हो रहा है, जो वस्तु और सेवा व्यापार, निवेश और सहयोग, पर्यटन और संस्कृति, शिक्षा और तकनीक से संबंधित है। 46 देशों और क्षेत्रों से आए प्रदर्शकों के अलावा, भारत, नेपाल, श्रीलंका, पाकिस्तान और बांग्लादेश समेत विभिन्न देशों के संवाददाता भी मेले में हिस्से ले रहे हैं। दक्षिण एशिया के पत्रकारों ने कहा कि चीन और दक्षिण एशिया व दक्षिण-पूर्व एशिया के बीच आदान-प्रदान व सहयोग मजबूत करने और शांतिपूर्ण व मैत्रीपूर्ण वातावरण तैयार करने में इस मेले की अहम भूमिक है।
थीम देश होने के नाते नेपाल सक्रिय रूप से मेले में भाग ले रहा है। नेपाल-चीन मीडिया मंच के अध्यक्ष किशोर श्रेष्ठ ने कहा कि चीन विकसित कर रहा है। विकासशील देश होने के नाते नेपाल को चीन से सीखना चाहिए।
भारत के फर्स्ट पोस्ट की संवाददाता भट्टाचार्य सिंधु जैन पहली बार चीन आई। उनके विचार में चीन-दक्षिण एशिया मेला चीन में निवेश करने में भारतीय व्यापारिकों को मौके देगा। उन्होंने कहा कि भारत और चीन दुनिया में सबसे तेजी से विकसित आर्थिक शक्तियां हैं। दूरसंचार और सेवा उद्योग में हमारे दोनों देशों के बीच सहयोग तेजी से बढ़ रहा है। भारत की नई सरकार शिक्षा और निवेश के आकर्षण पर बड़ा ध्यान देती है। मेरे विचार में पूंजी लगाने में चीन की बड़ी निहित शक्ति है, वहीं भारतीय व्यापारियों को भी चीन में निवेश करने का मौका मिलेगा।
(ललिता)