न सिर्फ़ ब्राज़ील, बल्कि रियो द जेनेरियो स्थित उप चीनी काउंसिलर मा श्याओलिन ने भी ह्वाच्यांग द्वारा प्राप्त उपलब्धियों की प्रशंसा की है। उन्होंने ह्वाच्यांग कंपनी को "चीन में निर्मित" से "चीन में सृजन" में बदलने का आदर्श मिसाल बताया।
"यह ओलंपिक स्टेडियम के बाहर चीनी उपक्रम द्वारा प्राप्त एक और उपलब्धि है और रियो ओलंपिक के लिए चीन द्वारा किए गए समर्थन का सबूत भी है। इससे ज़ाहिर है कि चीनी उपक्रम, विशेषकर सांस्कृतिक और रचनात्मक उद्यम धीरे धीरे 'चीन में निर्मित' से 'चीन में सृजन' में बदल रहा है और 'निर्माण के बड़े देश' से 'निर्माण के मज़बूत देश' में बदलने का प्रयास कर रहा है।"
ह्वाच्यांग कंपनी ने ओलंपिक बिल्ले के डिज़ाइन से अपना व्यापार शुरू किया। अब कंपनी सबसे ज़्यादा ओलंपिक लाइसेंस प्राप्त वस्तु बेचने वाली कंपनी बन गई है। इससे फिर एक बार लोगों को दिखाया गया है कि चीन "दुनिया का कारखाना" कभी नहीं बनेगा। ह्वाच्यांग कंपनी ने अन्तरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के साथ समझौता संपन्न किया है, जिसके तहत रियो ओलंपिक की वस्तुएं चीन में लाई जाएंगी। हालांकि सभी चीनी लोग ओलंपिक खेलों को देखने के लिए ब्राज़ील नहीं जाएंगे, लेकिन वे चीन में भी यादगार वस्तुएं खरीद सकते हैं और चीनी खिलाड़ियों का प्रोत्साहन कर सकेंगे।