दक्षिण-पश्चिमी चीन के सछ्वान प्रांत के आबा तिब्बती और छ्यांग स्वायत्त प्रिफेक्चर का प्राकृतिक दृश्य बहुत ही सुन्दर है। इस प्रिफेक्चर की रोअर्केई कांउटी में रोअर्केई घास के मैदान पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। पिछले कुछ वर्षों में स्थानीय सरकार और नागरिक पर्यावरण संरक्षण के काम में लगे हुए हैं।
"मुझे याद है कि जून या जुलाई के महीने में मैंने फूलों वाली झील का दौरा किया था। जहां पर ढेर सारे फूल खिले थे, और सबकुछ मिलाकर ये बहुत ही सुंदर दृश्य बना रहे हैं।"
यह एक पर्यटक का अनुभव है। उसने रोअर्केई घास के मौदान में स्थित फूलों वाली झील की यात्रा की थी। यह झील बहुत से जंगली पक्षियों के रहने का स्थान है। पानी स्वच्छ है और प्राकृतिक दृश्य अत्यंत सुन्दर। इस झील के आसपास इधर-उधर खिले हुए फूल पर्यटकों को सबसे अधिक आकर्षित करते हैं। पर्यटकों की नज़र में फूल खिले हुए घास के मैदान का दृष्य बहुत सुन्दर है। लेकिन यह स्थानीय चरवाहों के लिए अच्छी बात नहीं है। आबा तिब्बती और छ्यांग जातीय स्वायत्त प्रिफेक्चर के प्रचार विभाग के कर्मचारी च्यांग चूछ्वान ने जानकारी देते हुए कहा:
"घास के मैदान में अधिक फूल खिलने के अर्थ हैं। पहला, पर्यटकों को बहुत सुन्दर लगता है। यह अच्छी बात है। लेकिन दूसरी तरफ़ चरवाहों के लिए यह अच्छी बात नहीं है। क्योंकि अधिक फूल खिलना घास का मैदानों का निम्नीकृत होने का द्योतक है।"
बहुत से फूल खिलाने वाला यह घास का मैदान रोअर्केई आर्द्रभूमि ही है। जो छिंगहाई तिब्बत पठार के दक्षिण-पूर्वी भाग में समुद्र की सतह से 3500 मीटर पर स्थित है। रोअर्केई आर्द्रभूमि का क्षेत्रफल 10 लाख हेक्टेयर है, जो दक्षिण-पश्चिमी चीन के स्छ्वान प्रांत और उत्तर-पश्चिमी चीन के कानसू प्रांत से गुज़रती है। यह विश्व की सबसे बड़ी पठारीय आर्द्रभूमि है। चीनी राष्ट्र की माता नदी ह्वांगहो नदी यानी पीली नदी इस आर्द्रभूमि से होकर गुज़रती है। सर्वेक्षण आंकड़ों से पता चला है कि रोअर्केई आर्द्रभूमि से गुज़रने के बाद पीली नदी में पानी की मात्रा में 30 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी होती है। इसकी चर्चा में रोअर्केई कांउटी के वन ब्यूरो के उप प्रधान त्सो लिन ने कहा:
"ऐसा कहा जा सकता है कि अखिल रोअर्केई आर्द्रभूमि पीली नदी में पानी की आपूर्ति करती है। यह हमारे देश की पारिस्थितिक सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।"