तिब्बती पोशाक की सामग्री
कान्नान तिब्बती पोशाक
आज के जीवन में नई शैली और डिज़ाइन वाली हल्की तिब्बती पोशाकें तिब्बती लोगों की पसंदीता वस्त्र बन गई हैं। विशेषकर युवा लोग। बोला नाम की तिब्बती पोशाक पारंपरिक पोशाक का सुधरा हुआ रूप है। इसका डिज़ाइन सरल है और इसे पहनकर लोग बहुत हल्का महसूस करते हैं। इस प्रकार की तिब्बती पोशाकों की जानकारी देते हुए थ्यानचू कांउटी की संस्कृति और खेल विभाग की उप-प्रधान चान लीफ़ान ने कहा:"बोला वर्तमान में हमारे यहां लोकप्रिय किस्म की तिब्बती पोशाक है, जो थांग राजवंश के वस्त्र से मिलती जुलती है। पहले तिब्बती लोग गहरे नीले, काले और गहरे भूरे जैसे रंग वाली वस्त्र सामग्री का अधिक प्रयोग कर तिब्बती पोशाक बनाते थे। लेकिन आज स्थिति बदल गई है। आधुनिक समय में आर्थिक विकास और देशभर में राष्ट्रीय एकता के चलते तिब्बती पोशाकों के रंगों में भारी परिवर्तन आया है। मसलन् हमारे ह्वारेई तिब्बती क्षेत्र में लामू त्सो नाम की गायिका बहुत मशहूर हैं। उनकी पहनी हुई तिब्बती पोशाक डिज़ाइन और रंग की दृष्टि से तिब्बत स्वायत्त प्रदेश, युन्नान, सछ्वान और छिंगहाई जैसे तिब्बती बहुल क्षत्रों में लोकप्रिय रही पोशाकों से मिलती जुलती हैं। मुझे लगता है कि आजकल विभिन्न जातियों की सांस्कृतिक एकता पोशाक से दिखाई दे रही है।"
गत वर्ष कानसू प्रांत के कान्नान तिब्बती स्वायत्त प्रिफेक्चर की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ मनाई गई। इसके लिए आयोजित एक भव्य समारोह में तिब्बती लड़की यांगचङ ने बोला पोशाक पहनी थी। उसने कहा कि पारंपरिक तिब्बती पोशाक पहनना थोड़ा जटिल काम है। बचपन में उसे तिब्बती पोशाक पहनना नहीं आता था और हर बार पोशाक पहनने के लिए बड़े लोगों की मदद की जरूरत पड़ती थी। यांगचङ ने कहा:"कुछ समय पहले तक पारंपिरक तिब्बती पोशाक पहनना मुझे नहीं आता था। लेकिन बोला नाम की तिब्बती पोशाक का डिज़ाइन सरल है, इसे पहनना आसान है। मुझे याद है कि बचपन में पारंपिरक तिब्बती पोशाक पहनना मुझे नहीं आता था, स्कूल में विद्यार्थी भी कम पहनते थे, फलस्वरूप पारंपरिक तिब्बती पोशाक पहनना मुझे आज तक नहीं आया।"