तुंगफो सुअर मीट
तुंगफो सुअर मीट हांगचो के प्रसिद्ध व्यंजनों में से एक है। कहा जाता है कि उत्तरी सुंग राजवंश के य्वान यो काल में सू तुंगफो दूसरी बार हांगचो के सूबेदार बने। उन्होंने देखा कि लम्बे समय से सुगम न किये जाने के कारण पश्चिमी झील में बाढ़ का पानी समाने की क्षमता खो गयी थी। इसलिए उन्होंने हज़ारों लोगों से पश्चिमी झील को साफ सुगम करने और तटबंध बनाकर खेतों की सिंचाई करने का आह्वान किया। इस परियोजना को पूरा करने के दिन, हांगचो शहर के नागरिकों ने सूअरों का वध किया और शराब बनाया और उन्हें सू तुंगफो को भेंट किया। लोगों के प्यार व समर्थन की भावना को नहीं नकार सकते थे, इसलिए सू तुंगफो ने एक तरकीब सूझी। उन्होंने रसोइया को मांस के छोटे छोटे टुकड़े काटकर उन्हें मंदी आंच पर एवं अल्प मात्रा के पानी में पकाने और शराब के साथ मज़दूरों को खाने के लिए देने को कहा। रसोइया ने गलत समझ कर शराब में मांस पकाया। किन्तु इस प्रकार से पकाया गया सूअर का मांस अत्यन्त खुशबूदार और स्वादिष्ट निकला। पश्चिमी झील के किनारे सू तुंगफो ने मज़दूरों के साथ मांस का मजेदार स्वाद चखा। बड़ी तृप्ति से मज़दूरों ने इस स्वादिष्ट व्यंजन को"तुंगफो सुअर मीट"का नाम दिया।
"तुंगफो सुअर मीट"हांगचो में 800 से ज़्यादा सालों तक प्रचलित हो गया है। वर्तमान में थ्येन शांग लो रेस्तरां में पकाया गया"तुंगफो सुअर मीट"सब से विख्यात है।