वर्ष 2001 के जून माह में चीन, रुस, कजाखस्तान, गिरगिजस्तान, ताजिकस्तान और उजबेकस्तान छैः देशों के राजाध्यक्षों ने शांगहाई में भेंटवार्ता की और शांगहाई सहयोग संगठन(एससीओ) की स्थापना संबंधी घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर कर यह घोषित किया कि उन्होंने शांगहाई पांच देशों की व्यवस्था के आधार पर नये क्षेत्रीय बहुपक्षीय सहयोग संगठन------शांगहाई सहयोग संगठन की स्थापना की। इस संगठन का लक्ष्य विभिन्न सदस्य देशों के बीच आपसी विश्वास व अच्छे पड़ोसी जैसी मैत्री को मजबूत करना है, राजनीति, अर्थतंत्र व व्यापार, विज्ञान व तकनीक, संस्कृति, शिक्षा, ऊर्जा, यातायात और पर्यावरण संरक्षण आदि क्षेत्रों में विभिन्न सदस्य देशों के कारगर सहयोग को प्रोत्साहन देना है, विश्व व क्षेत्र की शांति , सुरक्षा व स्थिरता की रक्षा व सुनिश्चिता के लिए उभय प्रयास करना है, लोकतांत्रिक, न्यायपूर्ण व उचित नयी अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक व आर्थिक व्यवस्था की स्थापना करने की कोशिश करना है। विभिन्न पक्षों ने पेइचिंग में संगठन का एक सचिवालय की स्थापना करने का निर्णय लिया।
शांगहाई सहयोग संगठन के प्रवर्तक देशों में से एक होने के नाते, चीन ने संगठन के ढांचे को तहत विभिन्न गतिविधियों में सक्रिय रुप से भाग लिया है और उस के विकास व विस्तार के लिए अनेक रचनात्मक सुझाव व सिद्धांत प्रस्तुत किये हैं और भारी योगदान भी किया है।