ऑस्ट्रेलिया के मेलबोर्न की पर्यटक क्रिस्टीना ने चीन के हांगकांग की तीन-चार बार यात्रा की है। लेकिन यह पहली बार है कि उन्होंने चीन की मुख्य भूमि का दौरा किया। इस दौरान ह्वांगशान ने उन पर गहरी छाप छोड़ी। उन्होंने कहा,
ह्वांगशान में इधर उधर हर जगह पर सुन्दर दृश्य दिख रहे हैं। और यह जगह घूमने लायक है। आप चलते चलते सुन्दर दृश्यों का मज़ा ले सकते हैं। पर्यटकों के लिए ह्वांगशान एक अच्छा चुनाव है।
ह्वांगशान चीन के दक्षिण आनह्वेइ प्रांत के ह्वांगशान शहर में स्थित है। मिंग राजवंश के प्रसिद्ध पर्यटक व भूलोग विशेषज्ञ शू श्या खो ने दो बार ह्वांगशान पहुंचकर वहां का सुन्दर दृश्य देखा। उनके अनुसार ह्वांगशान का दृश्य चीन में एकमात्र है। इससे जाहिर है कि ह्वांगशान के प्रति उनका प्रेम बहुत गहरा है।
ह्वांगशान चीन के सबसे प्रसिद्ध दस दर्शनीय स्थलों में से एक है। वर्ष 1990 में उसे विश्व सांस्कृतिक व प्राकृतिक विरासत का खिताब मिला। वर्ष 2004 में वह पहले खेप वाले विश्व भूगोल पार्कों में से एक बन गया। ध्यानाकर्षक बात यह है कि ह्वांगशान के सिर पर विश्व प्राकृतिक विरासत, विश्व सांस्कृतिक विरासत व विश्व भूगोल पार्क तीन खिताब हैं।
भारत के मुंबई से आए डेरियस श्रॉफ ने पहले से ह्वांगशान का नाम सुना था, इस बार वे खास तौर पर शांगहाई से यहां आये। उन्होंने कहा,
मैंने वेबसाइट पर ह्वांगशान के बारे में कुछ जानकारी हासिल की। और यहां आने से पहले मैंने ह्वांगशान के बारे में बहुत सूचनाएं भी देखी व सुनी। इस से जुड़े चित्र भी शामिल हैं। हर बार जब मैंने चीन की पर्यटन पुस्तिका खोलकर मिस्ट्री वंडरलैंड देखा, तो मेरे दिमाग में फ़ौरन यह विचार आया है कि यह जरूर चीन के ह्वांगशान पहाड़ या ली च्यांग नदी है।
श्रॉफ के मन में वह मिस्ट्री वंडरलैंड तो बादल सागर है। पर बादल सागर केवल ह्वांगशान के पांच प्रसिद्ध दृश्यों में से एक है। दोस्तो, क्या आप जानते हैं कि ह्वांगशान में विभिन्न आकृति के चीड़, अनोखे पत्थर, बादल सागर, गरम सोता व बर्फ़ीले पांच दृश्य विश्व में प्रसिद्ध हैं। अब हम एक एक करके उनकी जानकारी देंगे।
अब हम सबसे पहले विभिन्न आकृति वाले चीड़ का परिचय देते हैं। ह्वांगशान के चीड़ समुद्र सतह से 800 मीटर से ऊंचे पहाड़ पर स्थित हैं। उनमें मेहमानों का स्वागत चीड़, मेहमान को विदाई देने वाले चीड़, काला बाघ चीड़, प्रेम चीड़, एकता चीड़, समुद्र छूने वाले चीड़, राजा चीड़ आदि बहुत प्रसिद्ध हैं। खास तौर पर मेहमानों का स्वागत करने वाला चीड़ विश्वविख्यात है, जो चीनी राष्ट्र की मित्रता का एक द्योतक बन गया है।
अनोखा पत्थर भी ह्वांगशान पहाड़ की एक विशेषता है। यहां के पत्थरों का आकार बहुत दिलचस्प है, और पत्थरों की संख्या भी बहुत ज्यादा है। कुछ पत्थरों का आकार मानव या जानवर की तरह है।
ह्वांगशान के बादल सागर बहुत सुन्दर व आश्चर्यजनक हैं। दिशा के आधार पर बादल सागर पूर्व, दक्षिण, पश्चिम, उत्तर व आकाश पांच भागों में बंटे हुए हैं। ह्वांगशान पहाड़ की कमल चोटी, थ्येनतू चोटी या क्वांगमिंग चोटी पर चढ़ने पर, आप सभी बादल सागर देख सकते हैं।
ह्वांगशान का गरम सोता पुरातन समय में थांगछुआन कहा जाता था, जिसका स्रोत ज़ीशी चोटी से पैदा हुआ। बताया जाता है कि चीन के एक राजा श्वेन युआन यहाँ स्नान करके फिर एक बार युवा बन गये। और बाद में वे एक देव बन गये। इसलिये ह्वांगशान के गरम सोता को रहस्यपूर्ण सोता भी कहा जाता है। हर दिन ह्वांगशान के गरम सोता से 200 टन पानी निकलता है। जिसका तापमान 42 सेल्सियस के लगभग है। इस पानी में कई तरह के तत्व होते हैं, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिये बहुत लाभदायक हैं।
वैसे ह्वांगशान के दृश्य हर मौसम में बहुत सुन्दर दिखते हैं। लेकिन सर्दियों में बर्फ़ का नज़ारा अधिक आकर्षित करता है। बर्फ के बाद ह्वांगशान में हर जगह सफेद चादर सी दिखती है, जो कि बहुत सुन्दर होता है। चीड़ के वृक्ष की शाखाओं पर पाला ऐसा लगता है, जैसे सफेद सफेद फूल खिले हुए हैं। और आप एक परियों की दुनिया में घूम सकते हैं।
विभिन्न आकृति वाले चीड़ के वृक्ष, अनोखा पत्थर, बादल सागर, गरम सोता व बर्फ़, ये जो ह्वांगशान की पांच विशेषताएं हैं। वे चीन की सुन्दरता के द्योतक भी हैं। पहली बार चीन की यात्रा करने वाले अमेरिकी पर्यटक चाद पेट्टी ने ह्वांगशान के सुन्दर दृश्य की बड़ी प्रशंसा की। उन्होंने कहा,
यहां बहुत ही सुन्दर है। मुझे लगता है कि ह्वांगशान में शायद पूरी दुनिया की सुन्दरता शामिल है। अगर आज का मौसम ज्यादा अच्छा होगा, तो मैं ज़रूर एक और सुन्दर ह्वांगशान देख सकूंगा। यहां की शांति मुझे बहुत पसंद है। मैं सभी लोगों को यह कहना चाहता हूं कि अगर मौका मिला, तो आप ज़रूर यहां आकर देखिये, और ह्वांगशान की सुन्दरता को महसूस कीजिये।
ह्वांगशान की सुन्दरता अद्वितीय है। हर मौसम में उसके दृश्य भिन्न-भिन्न हैं, पहाड़ के उपर व नीचे के दृश्य भिन्न-भिन्न हैं, सुबह व शाम के दृश्य भिन्न-भिन्न हैं, और बादल दिन या रोशनी दिन के दृश्य भी भिन्न-भिन्न हैं। चीन के चेच्यांग प्रांत के हांगचो शहर से आई पर्यटक शू मिंगली के ह्वांगशान दौरे के वक्त बारिश हुई। वर्षा में ह्वांगशान के दृश्य की चर्चा में उन्होंने कहा,
चाहे धूप खिली हो या बादल, मुझे लगता है कि ह्वांगशान के दृश्य अपनी अपनी सुन्दरता दिखाते हैं। जैसे आज बारिश हुई है, इसलिये इधर-उधर धुंधला हैं। आप दूर दूर से नहीं देख सकते। लेकिन आप जैसे एक वंडरलैंड में घूम रहे हैं, जिसने मुझ पर गहरी छाप छोड़ी। ये दृश्य रोशनी के दिन में देखने वाले दृश्य से बिल्कुल अलग है। यहां लोग हर मौसम का मज़ा ले सकते हैं। मुझे तो वर्षा में चीड़ देखने का बड़ा शौक है।
ह्वांगशान में दर्शनीय स्थलों की संख्या बहुत बड़ी है। विभिन्न लोगों की नज़र में ह्वांगशान की सुन्दरता भी विभिन्न है। फ़्रांस के पेरिस से आए पर्यटक जीन मार्क मार्टिन ने कहा,
हम बहुत उत्साहित हैं। क्योंकि यहां हमने आधुनिकता व परंपरा का उचित मेल देखा। सबसे पहले हमने सोचा था कि यहां हम केवल चीन के गांव, दृश्य व इमारत कला देख सकते हैं। हां, वहीं हमने सभी देखा है। लेकिन आश्चर्यनजक बात यह है कि उन के अलावा हमने यहां के अभूतपूर्व आधुनिकता को भी देखा। जब हम फ़्रांस में वापस लौटें, तो ज़रूर अन्य फ़्रांसीसी लोगों को यहां आने के लिए कहेंगे , और यहां की आधुनिकता व परंपरा का जुड़ाव अच्छी तरह से देखेंगे। पर्यटकों के लिए यहां आना बहुत ही अच्छा है। इसके अलावा यहां का पर्यावरण बहुत सुहावना है, और पर्यटन का प्रबंध भी सुव्यवस्थित है। साथ ही यहां के लोग बहुत मेहमाननवाज हैं।
जैसे इस फ्रांसीसी दोस्त ने कहा, ह्वांगशान के प्राकृतिक व सांस्कृतिक दृश्य देखने के बाद आप ज़रूर निराश नहीं होंगे । विश्व के विभिन्न क्षेत्रों के दोस्तो, ह्वांगशान आप का स्वागत है।