उद्धघाटन समारोह का भवन बहुत बड़ा लग रहा था। जब हमने संबंधित अधिकारी से पुछा कि इस मेले के उद्धाटन समारोह के भवन का क्षेत्रफल कितना हैं, तो उन्होंने जानकारी दी कि इसका क्षेत्रफल करीब 11 हजार वर्गमीटर हैं।
उद्धघाटन समारोह में दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया के देशों के विशिष्ट लोगों ने भाग लिया। इस समारोह में चीन के उप-प्रधानमंत्री मा खाई के अलावा श्रीलंका के प्रधानमंत्री, नेपाल के उप-राष्ट्रपति, लाओस के उप-प्रधानमंत्री, मलेशिया के प्रधानमंत्री, सार्क के सचिव जनरल आदि शामिल हुए और भाषण दिया। चीन के उप-प्रधानमंत्री मा खाई का अपने भाषण में कहना था कि यह मेला चीन और दक्षिण एशिया, और दक्षिण पूर्वी एशिया के देशों के बीच आर्थिक और व्यापारिक सहयोग बढाने में महत्वपूर्ण भुमिका निभाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस मेले से दक्षिण एशियाई देशों से चीन का आर्थिक, व्यापारिक, और सांस्कृतिक संबंध मजबूत होंगे और बढेंगे।
अन्य देशों से आए विशिष्ट अतिथियों ने अपने भाषण में बताया कि यह मेला एक काफी महत्वपूर्ण प्लेटफार्म हैं। इससे व्यापार के नये अवसर उभर कर आयेंगे और व्यापार का पैमाना भी विस्तृत होगा।
सभी ने अपने भाषण में कहा कि यह मेला उत्पादन प्रचार सम्मेलनों और निवेश नीति परिचय सेमिनार, एक-दूसरे से व्यापारिक इंटरेक्शन आदि सुविधाएं प्रदान करता हैं। सभी ने इस मेले के सफल आयोजन होने की शुभकामनाएं दी।
उद्धघाटन समारोह के बाद, हमने कई पैविलियन और स्टालों का दौरा किया। जब हम भारत के पैविलियन में गये, तो देखा कि काफी संख्या में चीनी लोग भारतीय स्टालों पर आये हुए थे। वे कुछ ना कुछ खरीद रहे थे। जब हमने भारतीय व्यापारियों से चीनी लोगो का उनके सामान के प्रति लगाव और दिलचस्पी के बारें में जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि उनको चीनी लोगों से प्रतिक्रिया काफी अच्छी मिल रही हैं, और वे आशा करते है कि आने वाले दिनो में उनको इससे भी ज्यादा अच्छा रिस्पोन्स मिलेगा। भारतीय व्यापारियों ने बताया कि चीनी लोग उनके सामान को बहुत पसंद कर रहे हैं, और आशा करते हैं कि इस मेले से उनको व्यापार के नए अवसर प्राप्त होंगे।
आज इस मेले का पहला दिन था। आगे के शेष दिनों में सभी व्यापारियों को बहुत सी आशाएं होंगी।
(अखिल पाराशर)