वूहान 18 मई
भारतीय युवा दल ने आज सुबह वूहान में वूहान स्पोर्ट्स युनिवर्सिटी का दौरा किया और दोपहर बाद वूहान सिटिज़न्स सेंटर का दौरा किया। स्पोर्ट्स युनिवर्सिटी में भारतीय दल के सदस्यों ने चीन में खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के साथ साथ उन्हें मिलने वाली सुविधाओं को देखा। स्पोर्ट्स युनिवर्सिटी का कैम्पस बहुत भव्य बना हुआ है, यहां पर तैराकी, नौकायन से लेकर गॉल्फ़, बस्केटबॉल, फुटबॉल समेत कई खेलों में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया जाता है। भारतीय खेल मंत्रालय के सह-सचिव श्री आयंगार और चीन में भारतीय दूतावास में कार्यरत प्रथम सचिव श्री विनायक चौहान ने भारतीय दल का प्रतिनिधित्व किया। यहां पर भारतीय दल को बास्केटबॉल ऑडिटोरियम में चीनी खिलाड़ियों ने रंगारंग कार्यक्रम भी दिखाए जिसने भारतीय दल के सभी सदस्यों का मन मोह लिया। चीनी कलाकारों द्वारा मार्शल आर्ट्स, ड्रैगन डांस समेत चीनी ओपरा का भी मनमोहक प्रदर्शन किया गया। स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में ही डॉ. आयंगार ने अपने चीनी समकक्ष के साथ स्मारक चिन्हों का आदान-प्रदान किया जिसके बाद एक ग्रुप फोटो भी खिंचवाई गई।
दोपहर के भोजन के बाद भारतीय दल को वूहान सिटिज़न्स सेंटर ले जाया गया। भारतीय दल की अगवानी करने वाली चीनी गाईड से मुझे जानकारी मिली कि इस जगह पर वूहान के प्रशासनिक कार्यों को अप्रूवल यानी मान्यता प्रदान की जाती है साथ ही मुझे ये भी पता लगा कि यहां पर वन विंडो क्लियरेंस किया जाता है। यानी किसी भी परियोजना के लिये आपको अलग अलग जगह नहीं जाना पड़ेगा बल्कि सारे काम एक ही जगह निपटा दिये जाएंगे। यानी किसी भी प्रशासनिक कार्य को करने में समय की हानि नहीं होगी। चीन की प्रगति में इस नीति का भी महत्वपूर्ण योगदान है।
मेरी बात यहां पर कई लोगों से हुई जिनमें किम नाम की एक महिला हैं जो भारतीय पुलिस सेवा में हैं उन्होंने भी इस बात को माना कि चीन की प्रगति में यहां बनने वाली नीतियां और उनके कार्यानवयन का बहुत बड़ा योगदान है। 2010 बैच की आईएएस टॉपर दिव्यदर्शिनी भी इस बात से सहमत दिखीं। मेरी बात आईआईटी के छात्र से भी हुई जो यहां से प्रबंधन के क्षेत्र में पढ़ाई कर रहे हैं। उन्हें सिटिज़न्स सेंटर की इमारत देखकर ही बहुत हैरत हुई क्योंकि ये इमारत एक पांच सितारा होटल से भी ज्यादा भव्य और सुंदर है। कल भारतीय दल के सदस्य यूथ एंड चिल्ड्रन्स होम का दौरा करेंगे और दोपहर को शनछन के लिये रवाना होंगे।
पंकज श्रीवास्तव।