17 मई 2013 की सुबह भारतीय युवाओं के प्रतिनिधि मंडल ने वूहान एग्रीकल्चरल एक्ज़ीबीशन सेंटर का दौरा किया, इस दौरान भारतीय दल के सदस्यों ने देखा कि चीन में कृषि के क्षेत्र में कितना शोध किया जा रहा है जिसके दम पर चीन विश्व में सबसे अधिक गेहूं, धान, मक्के समेत कई फसलों का उत्पादक बना हुआ है। दल के कुछ सदस्यों का कहना था कि हालांकि कृषि क्षेत्र में इस तरह के शोध भारत में भी हो रहे हैं लेकिन अगर दोनों देश मिलकर शोध और अनुसंधान करें तो इसके बेहतर परिणाम निकलेंगे। भारतीय दल के सदस्यों ने कई तरह की मछलिओं की प्रजाति को भी देखा जिसे इस सेंटर में शोध के दौरान उपजाया गया है। इन मछलियों में कुछ की प्रजाति ऐसी भी थी जो कि जल संरक्षण के काम में मदद करती हैं यानी जल में व्याप्त गंदगी को साफ कर उसे स्वच्छ बनाती हैं। मत्स्य पालन के क्षेत्र में भी चीन बहुत आगे निकल चुका है। यहां पर कुछ मछलियों की प्रजाति ऐसी भी थी जिसे उपजाने के लिये अधिक जल की आवश्यकता नहीं पड़ती और कम पानी में भी उनकी पैदावार हो सकती है। इसके साथ ही यहां पर ग्रीन हाउस में उपजाई गई सब्जिओं जैसे संकर प्रजाति के टमाटर, लौकी समेत कुछ सब्जियों के साथ ही फलों का भी मुआयना दल के सदस्यों ने किया। एग्रीकल्चरल एक्ज़ीबीशन सेंटर में ही दल के सदस्यों ने यहां इस्तेमाल होने वाले उपकरणों को भी देखा, दल के कई सदस्य इन उपकरणों के साथ फोटो खिंचवाने में व्यस्त दिखे।
दिन के पहले हिस्से में एग्रीकल्चरल सेंटर के दौरे के बाद दल के सदस्यों ने स्वादिष्ट चीनी भोजन का स्वाद लिया हालांकि कुछ सदस्यों को शाकाहारी होने से थोड़ी परेशानी अवश्य हुई लेकिन बावजूद इसके सभी लोगों ने चीनी भोजन का स्वाद लिया।
दोपहर के भोजन के बाद दल के सदस्यों ने विस्को यानी वूहान आयरन एंड स्टील क़ॉर्पोरेशन संग्रहालय का दौरा किया। यहां पर दल के लोगों का स्वागत संग्रहालय के अधिकारियों ने किया जिसके बाद भारतीय युवा दल के सदस्यों को एक वृत्त चित्र दिखाया गया। वृत्तचित्र देखने के बाद संग्रहालय का दौरा किया वहीं कुछ लोग सुबह की थकान मिटाने के लिये संग्रहालय के बाहर हरी हरी घास पर बैठे दिखाई दिये। लेकिन जिन लोगों ने भी म्यूजियम देखा वो लोग काफी उस्ताहित थे। इसके बाद शाम को दल के सभी सदस्यों ने हान स्ट्रीट में कुछ खरीदारी की, कई लोगों ने अपने मित्रों और परिजनों के लिये सामान खरीदे। करीब ढाई घंटे की खरीदारी के बाद सभी लोगों ने पास ही स्थित बड़े रेस्त्रां में स्वादिष्ट चीनी खाने का आनंद लिया। और वापस अपने होटल लौट गये। रात में विश्राम करने के बाद ये दल अगले दिन के कार्यक्रम के लिेय तैयार होगा।
पंकज श्रीवास्तव।