चीन में भारतीय दल का आज तीसरा दिन है और आज ये दल बुलेट ट्रेन से वूहान शहर की आत्रा करने जा रहा है जो मध्य चीन में स्थित है। ट्रेन में मैंने भारतीय दल के कुछ सदस्यों से बातचीत की, भारतीय दल के युवाओं से बात करके मुझे पता चला कि इनमें से कुछ लोग चीन के बारे में और खासकर चीन की प्रगति के बारे में पहले से ही बहुत कुछ जानते हैं और जो लोग चीन के बारे में नहीं जानते वो चीन को अच्छी तरह से समझना चाहते हैं। भारतीय दल के सभी लोगों को बुलेट ट्रेन में यात्रा करने का सुखद अनुभव प्राप्त हुआ, इस अनुभव को लेकर मिली जुली प्रतिक्रियाएं मिलीं। जिन लोगों ने चीन से पहले भी विदेश की यात्रा की है उनके लिए ये अनुभव नया नहीं था लेकिन अपने पड़ोसी देश चीन की इस प्रगति पर वो भी बहुत उत्साहित दिखे। जिन लोगों ने पहली बार बुलेट ट्रेन की यात्रा की है वो लोग भी मेरी ही तरह बहुत उत्साहित और खुश थे क्योंकि बुलेट ट्रेन में यात्रा का अनुभव अपने आप में ही बहुत खास मायने रखता है । बुलेट ट्रेन की अधिकतम गतिसीमा तीन सौ आठ किलोमीटर प्रतिघंटा रही साथ में ट्रेन में वायुयान की ही तर्ज पर परिचारिकाओं की उपस्थिति भी बुलेट ट्रेन को खास बना रही है। बीजिंग से मध्य चीन के शहर वूहान की दूरी को महज़ साढ़े चार घंटे में तय करने वाली बुलेट ट्रेन ने तय कर लिया इन दोनों शहरों की दूरी 1200 किलोमीटर है। बीजिंग रेलवे स्टेशन से चलने के बाद इस ट्रेन ने ढाई घंटे के सफर के बाद सिर्फ एक स्टेशन पर पांच मिनट का विश्राम लिया और फिर बची आधी दूरी तय करने चल पड़ी। बुलेट ट्रेन में उपयुक्त उन्नत तकनीक को लेकर मेरी ही तरह भारतीय दल के कई लोग बहुत प्रभावित हुए। दल के कई सदस्यों ने मुझसे कहा कि भारत में भी ऐसी सेवा शुरु होना चाहिए क्योंकि इससे यात्रियों को कम समय में बेहतर सेवाएं तो मिलेंगी ही साथ ही देश की प्रगति में भी इसका योगदान रहेगा। मेरे साथ चाईना रेडियो इंटरनेशनल की टीम की तरफ से मेरी सहयोगी हैया और तमिल सर्विस के माइकल और उनकी चीनी सहयोगी चाओ-चाओ भी यात्रा कर रही हैं। भारतीय दल के कुछ लोगों ने मुझे बताया कि शाकाहारी होने के बावजूद उन्हें खाने पीने में कोई तकलीफ नहीं हुई क्योंकि चीन में शाकाहारी खाना उन्हें मिल रहा है। भारतीय दल के कुछ लोगों ने फॉरबिडेन सिटी की यात्रा के दौरान खरीदारी भी की साथ ही दल के कुछ सदस्यों ने बीजिंग के मशहूर सिल्क मार्केट से भी खरीदारी की। अपनी खरीदारी को लेकर सभी लोगों ने मिली जुली प्रतिक्रिया दी। शाम को ये दल वूहान पहुंचेगा और वहां से चीन की यात्रा का दूसरा पड़ाव शुरु करेगा। हालांकि ट्रेन में दल के कुछ लोग आराम फरमाते नजर आये तो कुछ लोग समूह बनाकर गाना गा कर अपनी खुशी का इज़हार कर रहे थे। शाम को वूहान शहर पहुंचने के बाद होटल में भारतीय दल आराम करेगा और कल से अपनी यात्रा का दूसरा चरण शरु करेगा।
पंकज श्रीवास्तव