15 मई 2013 को भारत से आए 100 सदस्यों के युवा दल ने पेइचिंग वोकेशनल कॉलेज ऑफ ऑटोमोबाइल टेक्नलॉजी का दौरा किया। इस दौरे को लेकर भारतीय युवा दल के सभी सदस्य बहुत उत्साहित थे क्योंकि चीन और भारत दोनों ही देशों में यातायात के क्षेत्र में बहुत सारे वाहन नित दिन बाज़ार में उतर रहे हैं और सभी वाहन एक से बढ़कर एक हैं। इसके साथ ही दोनों देश विश्व बाज़ार का केन्द्र भी हैं।
पेइचिंग वोकेशनल कॉलेज में छात्रों को मिलने वाली तकनीकी सुविधाओं के बारे में भारतीय दल के इंजीनियरिंग के छात्रों ने बताया कि भारत में भी उन्हें ठीक ऐसी ही सुविधाएं मिल रही हैं और तकनीक के क्षेत्र में दोनों ही देशों का दर्जा समान है लेकिन चीन में देसी कार कंपनियों की संधि विदेशी कार कंपनियों से है, जिसके कारण यहां के कॉलेजों के साथ साथ देसी कार कंपनियों में भी विदेशी कंपनियों ने अपना रिसर्च सेंटर खोला हुआ है, यहां पर तकनीक के क्षेत्र में चीनी छात्रों ने जो भी अनुसंधान और शोध किया है उसका वस्तुगत उत्पाद में तुरंत इस्तेमाल किया जाता है वहीं भारत को इस क्षेत्र में अभी कुछ दूरी तय करना है। कुछ इंजीनियरिंग के छात्रों का मानना था कि जिस रफ्तार से दोनों देश तकनीक के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं उससे लगता है कि आने वाले बीस से पच्चीस वर्षों में चीन और भारत ही तकनीक के क्षेत्र में विश्व का मार्गदर्शन करेंगे।
पंकज श्रीवास्तव