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13-04-02
2013-04-29 18:32:04

दोस्तों, न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम में मैं हेमा कृपलानी आप सब का हार्दिक स्वागत करती हूँ। न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम में हम आपको समय-समय पर चीन-भारत तथा विश्वभर से महिलाओं और परिवार से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी देते रहते हैं। जैसा कि आजकल महिला सशक्तिकरण की हर कोई बात कर रहा है। जिस भी समाचारपत्र को देखे, टी.वी चैनल पर देखे, पत्रिका खोले सब जगह बस यहीं पढ़ने को मिलता है। ऐसी ही एक जानकारी कुछ दिन पहले मिली। जिसे आप सबके साथ साझा किए बिना मैं नहीं रह सकती। बहुत हैरानी, दुख और गुस्सा आता है। जब ऐसी बातें जानने को मिलती हैं।

यूं तो मानवाधिकार आयोग का कहना है कि किसी भी व्यक्ति के साथ अपमानजनक, निर्दय या अमानवीय व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जा सकता, बावजूद इसके महिलाओं को जेंडर(लिंग) के आधार पर दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है। सारी दुनिया में पुराने रीति-रिवाजों और धार्मिक सिद्धांतों की वजह से महिलाओं की दशा और भी खराब हो गई है। बहुत सारे मामलों में युद्ध और प्राकृतिक आपदाओं की वजह से दुनिया का ध्यान महिलाओं की इस दुर्दशा से दूसरी ओर मुड़ जाता है। हालांकि, अभी की कुछ घटनाओं से लोगों में जागरूकता काफी बढ़ी है। अरब क्रांति में ट्यूनीशिया, मिस्र, लीबिया और यमन में महिलाओं को अपनी आवाज उठाने का मौका मिला। दिसम्बर 2012 में दिल्ली में हुई गैंगरेप की घटना ने दुनिया को झकझोर दिया। 23 साल की लड़की के साथ 6 लोगों ने चलती बस में सामूहिक रूप से रेप और टॉर्चर किया। कुछ दिनों बाद उसकी मौत हो गई। एक स्टडी से यह बात सामने आई है कि दिल्ली में हर तीसरी महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ है। कुछ तो ऐसे (संस्कृतियाँ) कल्चर भी हैं, जिनमें महिलाएं आज भी बहुत ही दयनीय स्थिति में हैं। उनके लिए तो मदद पाना भी बहुत ही मुश्किल हो गया है।

आज हम आपको यहाँ बता रहे हैं, दुनिया के ऐसे 10 देशों के बारे में, जो महिलाओं के लिए सबसे बुरे हैं।

श्रोताओं, आपको हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम का यह क्रम कैसा लगा। हम आशा करते हैं कि आपको पसंद आया होगा। आप अपनी राय व सुझाव हमें ज़रूर लिख कर भेजें, ताकि हमें इस कार्यक्रम को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकें। क्योंकि हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम आप से है, आप के लिए है, आप पर है। इसी के साथ हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। आप नोट करें हमारा ई-मेल पताः hindi@cri.com.cn । आप हमें इस पते पर पत्र भी लिख कर भेज सकते हैं। हमारा पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पी .ओ. बॉक्स 4216, सी .आर .आई.—7, पेइचिंग, चीन , पिन कोड 100040 । हमारा नई दिल्ली का पता हैः सी .आर .आई ब्यूरो, फस्ट फ्लॉर, A—6/4 वसंत विहार, नई दिल्ली, 110057 । श्रोताओ, हमें ज़रूर लिखयेगा। अच्छा, इसी के साथ मैं हेमा कृपलानी आप से विदा लेती हूँ इस वादे के साथ कि अगले हफ्ते फिर मिलेंगे।

तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार

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