पेइचिंग, मेरे लिये एक बहुत परिचित शहर है। लेकिन जब मैं इसे एक संवाददाता के दृष्टि से इस शहर को देखती हूं, तो सब कुछ अलग लगता है।
दो सभा में मैंने कई मंत्रियों और सरकारी अधिकारों का साक्षात्कार किया और उनके चेहरे मेरे दिल की गहराई में उतर गए। लेकिन साक्षात्कार करते हुए इन प्रतिनिधियों ने अपनी अलग-अलग अभिव्यक्ति जताई, कुछ कड़वी, कुछ भावपूर्ण।
कभी कभी वे कोई शब्द बोलते भी नहीं थे लेकिन उनके चेहरे से ही उनके देश और जनता के प्रति चिंता साफ झलकती थी।
इसके अलावा, आप सुरक्षाकर्मी की गंभीर भावना और संवाददाताओं की उत्सुकता से भी देख सकते हैं कि दो सभा आम लोगों के लिये कितनी महत्वपूर्ण है। हालांकि मेरा साक्षात्कार करने का स्थान प्रतिदिन बदलता रहा, लेकिन जहां भी मैं जाती थी, वहां के लोग चीन के भविष्य पर बहुत ध्यान देते हैं।